पठानकोट और उड़ी हमलों के लिए भारत की खुफिया एजेंसी जिम्मेदार : ओवैसी
एमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने पठानकोट और उड़ी दोनों हमलों के लिए भारत की खुफिया एजेंसियों की विफलता को बड़ा कारण बताया है।
जम्मू, एएनआई। जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में आतंकी हमले के बाद सेना ने बुधवार को अपना तलाशी अभियान चलाया। जिसमें सुरक्षा बलों को बड़ी मात्रा में हथियार और गोल बारूद बरामद हुए।
इस बीच एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पठानकोट और उड़ी दोनों हमलों के लिए भारत की खुफिया एजेंसी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ये खुफिया एजेंसियों की बड़ी विफलता है। इन दोनों हमलों के बाद अब ये नगरोटा अटैक, इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
नगरोटा, सांबा में हुआ था आतंकी हमला
सेना के कैंप और सांबा के रामगढ़ स्थित छन्नी फतवाल पोस्ट पर मंगलवार को आतंकी हमला हुआ। इन दो आतंकवादी हमलों में 5 आतंकवादी मारे गए, जबकि सेना के 7 जवान शहीद हो गए। सेना के प्रवक्ता मनीष मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि इनमें सेना के दो अधिकारी और पांच जवान शामिल हैं। दो आतंकवादी नगरोटा में व तीन सांबा के रामगढ़ में मारे गए।
सूत्रों के अनुसार नगरोटा में आतंकवादियों ने एक महिला को बंधक बनाया था। वही रामगढ़ में घुसपैठ करने वाले तीन आतंकी मारे गए, लेकिन उन द्वारा लगाइ गई आइडी फटने से बीएसएफ के डीआइजी बीएस कसाना समेत 5 कर्मी घायल हो गए थे। नगरोटा में सेना के 16वीं पलटन का मुख्यालय है। हमले को देखते हुए जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया।
एहतियाती तौर पर जिला प्रशासन ने नगरोटा तहसील के सभी स्कूलों को भी बंद कर दिया। नगरोटा आतंकी हमले में महाराष्ट्र के पंढरपुर निवासी मेजर कुणाल गोसावी भी शहीद हो गए थे। मेजर के पिता को बेटे की शहादत पर गर्व है।
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