नई शिक्षा नीति के लिए संविधान नहीं बदलेंगे: जावड़ेकर
बृहस्पतिवार को राज्यसभा में विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि नई शिक्षा नीति का मसौदा आरएसएस के दस्तावेजों से उठाया गया है।
हैदराबाद (प्रेट्र): केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेेकर ने कहा है कि नई शिक्षा नीति जवाबदेही, अनुसंधान और नव परिवर्तन पर आधारित होगी। इसमें समानता, गुणात्मकता का भी समावेश होगा। जावड़ेकर ने साथ ही स्पष्ट किया कि इसके लिए संविधान के किसी प्रावधान में बदलाव नहीं किया जाएगा।
मुशीराबाद के राजकीय उच्च विद्यालय के विद्यार्थियों के साथ बातचीत के विशेष सत्र के दौरान उन्होंने कहा कि कुछ लोग आशंका जता रहे हैं कि नई शिक्षा नीति के लिए संविधान को बदला जाएगा। मैं कहता हूं कि ऐसा कुछ नहीं होगा।
उल्लेखनीय है कि यह मामला बृहस्पतिवार को राज्यसभा में भी उठा था जिसमें विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि नई शिक्षा नीति का मसौदा आरएसएस के दस्तावेजों से उठाया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने छात्रों से बातचीत में कहा कि नई शिक्षा नीति के मसौदे के लिए सुझाव मांगे गए हैं जिसकी अंतिम तिथि 15 सितंबर तक बढ़ाई गई है। केंद्रीय मंत्री ने अपने कई निजी अनुभव छात्रों के साथ साझा किए।
इस अवसर पर तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री कादियाम श्रीहरि ने मांग की कि दोपहर भोजन योजना का दायरा आठवीं से बढ़ा कर दसवीं तक किया जाए।