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HRD मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कंपनियों से की अपील, कहा- छात्रों के जॉब ऑफर वापस न लें

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि कंपनियां छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट के दौरान दिए गए जॉब ऑफर वापस नहीं लें।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 06 Apr 2020 10:38 PM (IST)Updated: Mon, 06 Apr 2020 10:55 PM (IST)
HRD मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कंपनियों से की अपील, कहा- छात्रों के जॉब ऑफर वापस न लें
HRD मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कंपनियों से की अपील, कहा- छात्रों के जॉब ऑफर वापस न लें

नई दिल्ली, पीटीआइ। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को कंपनियों से आग्रह किया है कि वे कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई आर्थिक सुस्ती को देखते हुए छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट के दौरान दिए गए जॉब ऑफर वापस नहीं लें। निशंक ने कहा कि स्नातक की पढ़ाई पूरी करने वाले छात्रों की चिंता को देखते हुए हमने कंपनियों से अपील की है कि वे कैंपस प्लेसमेंट के दौरान दिए गए जॉब ऑफर को वापस न लें। सरकार ऐसा प्रयास कर रही है कि कोरोना संक्रमण की महामारी का अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव न पड़े।

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन छात्रों को नौकरी न देना अन्याय होगा जो न केवल मेधावी हैं, बल्कि देश को इन परिस्थितियों से बाहर लाने में योगदान भी दे सकते हैं। गत दिनों कुछ कंपनियों ने अनिश्चितता के कारण भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) को दिए गए जॉब ऑफर को निरस्त कर दिया था। इसे देखते हुए ही केंद्रीय मंत्री निशंक ने यह अपील की है। उन्होंने पिछले ही हफ्ते 23 आइआइटी के निदेशकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि मौजूदा माहौल के कारण कैंपस प्लेसमेंट प्रभावित नहीं होना चाहिए। 

उल्‍लेखनीय है कि सेवा क्षेत्र की गतिविधियों पर देशव्यापी लॉकडाउन का गहरा असर हुआ है। एक सर्वे में पाया गया है कि मांग घटने के कारण मार्च में सर्विस सेक्टर का बिजनेस घटकर संकुचन की अवस्था में चला गया है। इसके उलट फरवरी में इस सेक्टर ने शानदार प्रदर्शन किया था। कंपनियों के परचेज मैनजर्स के बीच किए जाने वाले मासिक सर्वेक्षण 'आइएचएस मार्किट इंडिया सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स' (पीएमआइ) की रिपोर्ट से निराशाजनक आंकड़े सामने आए हैं। मार्च में सर्विस सेक्टर का पीएमआइ 49.3 पर रहा, जो फरवरी में 85 महीनों के ऊंचे स्तर पर 57.5 पर पहुंच गया था। पीएमआई का 50 से नीचे रहना संकुचन यानी गिरावट और ऊपर जाना कारोबार बढ़ने का संकेत होता है।  


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