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कोविड वैक्‍सीन लगवाने के लिए को-विन पर कैसे कराए अपना पंजीकरण, जानें पूरी प्रक्रिया

कोरोना संक्रमण को खत्म करने के लिए देश में सोमवार से दूसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत होगी। को-विन एक डिजीटल प्लेटफॉर्म है जिसके जरिये कोविड टीकाकरण प्रक्रिया की निगरानी की जाती है। सरकार इसे अपग्रेड कर रही है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 28 Feb 2021 09:29 PM (IST)Updated: Mon, 01 Mar 2021 01:20 AM (IST)
कोविड वैक्‍सीन लगवाने के लिए को-विन पर कैसे कराए अपना पंजीकरण, जानें पूरी प्रक्रिया
कोरोना संक्रमण को खत्म करने के लिए देश में सोमवार से दूसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत होगी।

नई दिल्‍ली [जागरण स्‍पेशल]। कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए देश में टीकाकरण अभियान के तहत आम लोगों को कोविड वैक्‍सीन लगने जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोई भी पात्र व्यक्ति टीका लगवाने के लिए कहीं से भी और किसी भी समय रजिस्ट्रेशन करा सकता है। को-विन एक डिजीटल प्लेटफॉर्म है, जिसके जरिये कोविड टीकाकरण प्रक्रिया की निगरानी की जाती है। सरकार इसे अपग्रेड कर रही है। इसके जरिये ही स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले लोगों का टीकाकरण किया गया है।

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कौन कर सकता है आवेदन

60 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले वरिष्ठ नागरिक। 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के वे लोग जो दूसरी बीमारियों से पीडि़त हों।

केंद्र पर पंजीयन

जिस केंद्र पर टीकाकरण किया जा रहा होगा, वहां जाकर भी लोग अपना पंजीयन करवा सकते हैं। वहां लोगों की मदद के लिए स्वयंसेवक उपलब्ध होंगे।

सरकारी केंद्रों पर वैक्सीन मुफ्त

सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन मुफ्त में दी जाएगी, जबकि निजी केंद्रों पर भुगतान करना होगा। केंद्र सरकार ने निजी टीकाकरण केंद्रों के लिए प्रति खुराक 250 रुपये फीस तय की है। इसमें 150 रुपये वैक्सीन की कीमत और 100 रुपये सर्विस चार्ज होंगे।

कैसे होगी बुकिंग

को-विन पोर्टल पर खुद से भी बुकिंग कर सकते हैं। राज्य की तरफ से अधिकृत टीकाकरण केंद्र के लिए उपलब्ध तिथि व समय की जानकारी मिल जाएगी। उस तिथि और समय पर केंद्र पर जाकर आपको टीका लगवा लेना है। आवंटित तिथि से एक दिन पहले तक इसमें बदलाव भी किया जा सकता है।

टीकाकरण केंद्र का विकल्प

को-विन के नए वर्जन में जीपीएस की सुविधा होगी। लाभार्थी इसके जरिये सरकारी और निजी टीकाकरण केंद्र का चयन कर सकता है।

किसी भी राज्य में टीकाकरण

यह जरूरी नहीं है कि लाभार्थी अपने ही राज्य में कोविड-19 के टीके लगवाए। वह किसी भी राज्य में टीका लगवा सकता है।

बीमारी का देना होगा प्रमाण

45 वर्ष से ज्यादा उम्र के सहरुग्णता वाले लोगों को इस संबंध में चिकित्सा प्रमाण पत्र अपलोड करना होगा। सिर्फ पंजीकृत चिकित्सक द्वारा जारी प्रमाण पत्र ही स्वीकार होगा।

कैसे होगा पंजीयन

कोई भी व्यक्ति को-विन2.0 पोर्टल या आरोग्य सेतु एप पर पंजीयन करा सकता है। एक मोबाइल नंबर से चार लोगों के पंजीयन हो सकते हैं, लेकिन सबका फोटो पहचान पत्र नंबर अलग होना चाहिए। आधार कार्ड/पत्र, मतदाता फोटो पहचान पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर स्मार्ट कार्ड या फोटो वाले पेंशन कार्ड से पंजीयन कराया जा सकता है।

आरोग्य सेतु के जरिये भी पंजीयन

को-विन आरोग्य सेतु एप आदि के जरिये भी पंजीयन व बुकिंग स्वीकार करेगा।

इन बीमारियों के रोगी ले सकते हैं लाभ 

1- पिछले वर्ष हार्ट फेल होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए हों

2- हृदय प्रत्यारोपण हुआ हो या लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस लगी हो

3- लेफ्ट वेंट्रिकुलर सिस्टोलिक डाइसफंक्शन (एलवीईएफ 40 फीसद से कम)

4- मध्यम या गंभीर वाल्वुलर दिल की बीमारी

5- जन्मजात दिल की बीमारी

6- दिल की धमनी के साथ-साथ तनाव या मधुमेह का इलाज चल रहा हो

7- एंजाइना (कंठदाह) और हाइपरटेंशन या डायबिटीज का उपचार चल रहा हो

8- पक्षाघात, हाइपरटेंशन या डायबिटीज के उपचार से जुड़े सीटी या एमआरआइ दस्तावेज

9- प्लमोनरी आर्टलरी हाइपरटेंशन और हाइपरटेंशन या डायबिटीज का इलाज

10- डायबिटीज (10 साल से ज्यादा या जटिलता) और हाइपरटेंशन

11- किडनी या लीवर या हेमैटोप्वाइएटिक स्टेम सेल प्रत्यारोपण : हो चुका हो या प्रतीक्षा में हों

12- किडनी की अत्यंत गंभीर स्थिति

13- लंबे वक्त से कोíटकोस्टेरॉयड्स की गोली खा रहे हों या इम्युनिटी को कम करने वाली दवा ले रहे हों

14- डिकंपेंसेटेड सिरोसिस की बीमारी हो

15- पिछले दो साल में सांस की गंभीर बीमारी के कारण हॉस्पिटल में भर्ती हुए हों

16- लिफोमा, ल्यूकेमिया या मायलोमा की बीमारी से ग्रसित हों

17- एक जुलाई 2020 या उसके बाद जांच में किसी तरह के कैंसर का पता चला हो या कैंसर की थेरेपी ली हो

18- सिकल सेल बीमारी या बोन मैन्योर फेल्योर या एप्लास्टिक एनीमिया या थैलेसेमिया की बीमारी

19- प्राइमरी इम्युनोडिफिशिएंसी डिजीज या एचआइवी इंफेक्शन

20- इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटीज या मस्कुलर डिस्ट्रोफी या एसिड अटैक से श्वसन तंत्र का प्रभावित होना या दिव्यांग या अंधापन या बहरापन 


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