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गलवन घाटी में चीन की सेना से संघर्ष में भारतीयों का नेतृत्‍व करने वाले मणिपुर के कैप्‍टन को किया गया सम्‍मानित

16 बिहार रेजिमेंट के कैप्टन सोइबा मणिंगबा रंगमणि जिन्होंने पिछले साल 15 जून को गलवन घाटी में चीनी सेना से टकराव के दौरान भारतीय सेना का का नेतृत्व किया था उन्‍हें मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने सम्मानित किया।

By Arun kumar SinghEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2021 03:51 PM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2021 04:42 PM (IST)
गलवन घाटी में चीन की सेना से संघर्ष में भारतीयों का नेतृत्‍व करने वाले मणिपुर के कैप्‍टन को किया गया सम्‍मानित
16 बिहार रेजिमेंट के कैप्टन सोइबा मणिंगबा रंगमणि

इंफाल, एएनआइ। 16 बिहार रेजिमेंट के कैप्टन सोइबा मणिंगबा रंगमणि जिन्होंने पिछले साल 15 जून को गलवन घाटी में चीनी सेना से टकराव के दौरान भारतीय सेना का का नेतृत्व किया था, उन्‍हें मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने सम्मानित किया। पिछले साल 15 जून को पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 सैनिकों की जान चली गई थी।

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पिछले दिनों चीन की ओर इंटरनेट मीडिया पर जारी गलवन संघर्ष के वीडियो में मणिपुर के भारतीय सैन्य अधिकारी कैप्टन सोइबा मणिंगबा रंगमणि की बहादुरी को साफ तौर पर देखा जा सकता है। गणतंत्र दिवस पर उनकी बहादुरी का भी उल्लेख हुआ था। मणिपुर के सेनापति जिले के रहने वाले और बिहार रेजीमेंट के कैप्टन सोइबा मणिंगबा रंगमणि वर्ष 2018 में सेना में शामिल हुए थे। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के खिलाफ गलवन घाटी में हुए संघर्ष के दौरान उन्हें आगे रहकर अपने साथियों का नेतृत्व करते हुए देखा गया।

चीनी सेना की अवैध पोस्‍ट बनाने को किया था नाकाम

ज्ञात हो कि गलवन घाटी में 15 जून को बिहार रेजिमेंट के सैनिकों ने कर्नल संतोष बाबू के नेतृत्व में बिना किसी हथियार के भारतीय इलाके में अवैध रूप से घुस आए चीनी सैनिकों से जमकर लोहा लिया था। भारतीय सैनिकों से तीन गुने से भी ज्यादा संख्या में आए चीनी सैनिकों के हाथ में लोहे की राड, नुकीली लाठियां-डंडे से लेकर पत्थर और धारदार हथियार थे।

गलवन घाटी में अवैध पोस्ट बनाने के चीनी सेना के मंसूबों पर पानी फेरते हुए बहादुर भारतीय सैनिकों ने बिना हथियारों के ही घंटों संघर्ष करते हुए पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था। इसी दौरान कर्नल मोहन बाबू समेत 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। बाद में चीन ने भी स्‍वीकार किया था कि उसके 5 सैनिक मारे गए थे।


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