Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    देश में घर खरीदने की होड़: 37 लाख से 1.75 करोड़ हुए होम लोन ग्राहक, क्या है ये 'हाउसिंग बूम'?

    Updated: Sun, 02 Nov 2025 10:43 AM (IST)

    भारत में घर खरीदने की होड़ मची है, जिसके चलते होम लोन लेने वालों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। ग्राहकों की संख्या 37 लाख से बढ़कर 1.75 करोड़ हो गई है। यह उछाल देश के आवास बाजार में तेजी का संकेत है, जो अपना घर खरीदने की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है।

    Hero Image

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के रियल एस्टेट बाजार में कोविड महामारी के बाद आई तेजी अब आंकड़ों में साफ झलक रही है। नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) की ताजा सालाना रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि होमलोन लेकर घर खरीदने वाले भारतीयों की संख्या में अभूतपूर्व उछाल आया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वित्त वर्ष 2022-23 में जहां बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने कुल 37.77 लाख होमलोन वितरित किए थे, वहीं 2024-25 में यह आंकड़ा बढ़कर 1.75 करोड़ पर पहुंच गया। यह वृद्धि पूरे 363 प्रतिशत की है, जिसका मतलब है कि पिछले दो सालों में औसतन हर साल 68 लाख से अधिक मकान होमलोन के जरिए बिके हैं।

    रिपोर्ट के अनुसार, यह बिक्री का आंकड़ा न केवल कुल आवास बाजार की सेहत का सूचक है, बल्कि यह भी बताता है कि मध्यम और उच्च मध्यम वर्ग की क्रय शक्ति में जबरदस्त सुधार हुआ है। एनएचबी का कहना है कि होमलोन की यह रिकॉर्ड बढ़ोतरी देश में आवासीय संपत्ति की मांग को पूरी तरह से बदलकर रख रही है।

    लग्जरी घरों की बिक्री में तीन गुना इजाफा

    सबसे चौंकाने वाला आंकड़ा लग्जरी सेगमेंट का है। 50 लाख रुपये से अधिक कीमत वाले घरों के लिए दिए गए होमलोन 2022-23 में सिर्फ 5.25 लाख थे, जो 2024-25 में बढ़कर 18.37 लाख हो गए। यानी दो साल में लग्जरी घरों की बिक्री तीन गुना से भी अधिक हो चुकी है।

    कुल होमलोन बिक्री में इन महंगे घरों की हिस्सेदारी 10.37 प्रतिशत रही, जिसका सीधा मतलब है कि देश में बिकने वाला हर दसवां घर अब 50 लाख रुपये से ऊपर का है। यह ट्रेंड बड़े शहरों से लेकर टियर-2 और टियर-3 शहरों तक फैल रहा है, जहां प्रीमियम प्रोजेक्ट्स की मांग तेजी से बढ़ रही है।

    10 से 25 लाख रुपए वाले घर के होमलोन 390.7% बढ़े

    होमलोन (लाख में)
    स्लैब (रुपए में) 2022-23 2024-25 वृद्धि (%)
    2 लाख तक 4.29 11.07 -
    2 से 5 लाख 3.29 11.89 -
    5 से 10 लाख 4.86 28.29 -
    10 से 25 लाख 11.48 65.86 390.7%
    25 से 50 लाख 8.88 39.80 -
    50 लाख से ज्यादा 5.25 18.15 302.4%

    नोट: सभी आंकड़े लाख में हैं। मकानों की संख्या लाख में है।

    50 लाख से ऊपर वाले महंगे लोन 302.4% बढ़े हैं।

    कुल होमलोन की राशि का 38.32% हिस्सा लग्जरी घरों पर खर्च हुआ।

    मिड-सेगमेंट में भी बंपर बिक्री

    मध्यम आय वर्ग के लिए 5 लाख से 25 लाख रुपये की कीमत वाले घरों की बिक्री में भी जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया है। 2022-23 में इस सेगमेंट में कुल 16.34 लाख होमलोन दिए गए थे, जबकि दो साल बाद यह संख्या बढ़कर 94.15 लाख हो गई। यानी इस सेगमेंट में भी करीब छह गुना की बढ़ोतरी हुई है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि सरकारी सब्सिडी वाली योजनाओं और कम ब्याज दरों का फायदा आम आदमी तक पहुंच रहा है।

    इस तेजी की तीन प्रमुख वजहें

    एनएचबी की रिपोर्ट में इस अभूतपूर्व वृद्धि की तीन मुख्य वजहें गिनाई गई हैं

    1. कोविड के बाद अचानक उभरी मांग: महामारी के दौरान घर में रहने की मजबूरी ने लोगों को बड़े और बेहतर घरों की जरूरत महसूस कराई। वर्क-फ्रॉम-होम कल्चर ने स्पेस की मांग बढ़ाई।
    2. लोगों की आय में बढ़ोतरी: नौकरियों में स्थिरता, सैलरी में इजाफा और बोनस कल्चर ने मध्यम वर्ग को होमलोन चुकाने की क्षमता दी।
    3. सरकारी आवास योजनाएं: प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) जैसी सब्सिडी योजनाओं ने किफायती और मिड-सेगमेंट घरों की खरीद को बढ़ावा दिया।

    आने वाले सालों में भी बना रहेगा ये ट्रेंड?

    रिपोर्ट यह भी संकेत देती है कि अगर ब्याज दरें स्थिर रहीं और सरकारी प्रोत्साहन जारी रहा, तो आने वाले सालों में भी यह ट्रेंड बना रहेगा।

    हालांकि, बढ़ती कीमतों और महंगाई का असर किफायती सेगमेंट पर पड़ सकता है। फिर भी, कुल मिलाकर भारतीय रियल एस्टेट अब एक मजबूत और परिपक्व बाजार की ओर बढ़ रहा है, जहां लग्जरी और किफायती दोनों सेगमेंट एक साथ फल-फूल रहे हैं।

    यह भी पढ़ें: बिहार चुनाव, देशभर में SIR और राज्‍यों के स्‍थापना दिवस.. ये हैं आपके काम की सबसे जरूरी तारीखें, कर लें नोट