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आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने मीडिया व मतदाताओं को दी धमकी

हिजबुल मुजाहिद्दीन ने मंगलवार को पंचायत चुनावों में भाग लेने वालों को एक बार फिर धमकाया है।

By Arti YadavEdited By: Published: Wed, 29 Aug 2018 07:51 AM (IST)Updated: Wed, 29 Aug 2018 09:52 AM (IST)
आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने मीडिया व मतदाताओं को दी धमकी
आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने मीडिया व मतदाताओं को दी धमकी

श्रीनगर (राज्य ब्यूरो)। हिजबुल मुजाहिद्दीन के स्वयंभू डिविजनल कमांडर रियाज अहमद नायकू ने मंगलवार को पंचायत चुनावों में भाग लेने वालों को एक बार फिर धमकाया है। इसके साथ ही मीडियाकर्मियों को भी आतंकियों के बारे में नकारात्मक रिपोर्टिंग से बाज आने की चेतावनी दी है।

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गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में स्थानीय निकाय और पंचायतों के चुनाव अक्टूबर माह में कराए जाने की योजना पर प्रशासन लगातार काम कर रहा है। इससे कश्मीर में सक्रिय आतंकी व अलगाववादी घबराएं हुए हैं। यही वजह है कि वह लोगों को प्रस्तावित चुनावों से दूर रखने की अपनी साजिश को अंजाम देने में सक्रिय हो गए हैं। बीते साल भी जब रियासत में पंचायत चुनावों की तैयारी होने लगी थी तो नायकू ने चुनाव में हिस्सा लेने वालों को धमकाया था।

कश्मीरी युवाओं को लुभा रहा ये आतंकी संगठन

बता दें कि कश्मीर में स्थानीय युवकों की आतंकी संगठनों में बढ़ रही भर्ती रोकने के दावे नाकाफी साबित हो रहे हैं। इस साल अब तक 131 युवक विभिन्न आतंकी संगठनों में शामिल हो चुके हैं। 2010 के बाद आतंकी बनने वाले स्थानीय युवकों की यह सबसे ज्यादा संख्या है। इस साल अब तक आतंकी बने युवकों में सबसे ज्यादा 35 लड़के दक्षिण कश्मीर के जिला शोपियां के रहने वाले हैं। बीते साल पूरी वादी में 126 लड़के आतंकी बने थे।

राज्य विधानसभा और संसद में पेश हालिया आंकड़ों के मुताबिक 2010 से 2013 की तुलना में 2014 के बाद घाटी में हथियार उठाने वाले नौजवानों की संख्या बढ़ती गई। 2010 से 2013 तक यह आंकड़ा क्रमश : 54, 23, 21 और छह था। 2014 में यह संख्या बढ़कर 53 हो गई। 2015 में 66 तथा 2016 में यह 88 तक चली गई।


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