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उम्मीदें 2020: हिमालय ने माइक्रोसॉफ्ट में इंजीनियर की नौकरी छोड़ शुरू की खुद की कंपनी

हिमालय के टॉवर की एयर रेंज लगभग 25 किलोमीटर है। गन्ना विकास समिति के 16 कंप्यूटरों का इंटरनेट गो-गोला से चल रहा है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Thu, 02 Jan 2020 12:52 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jan 2020 12:56 PM (IST)
उम्मीदें 2020: हिमालय ने माइक्रोसॉफ्ट में इंजीनियर की नौकरी छोड़ शुरू की खुद की कंपनी
उम्मीदें 2020: हिमालय ने माइक्रोसॉफ्ट में इंजीनियर की नौकरी छोड़ शुरू की खुद की कंपनी

सुधीर सक्सेना लखीमपुर। हिमालय ने माइक्रोसॉफ्ट में मोटे पैकेज पर इंजीनियर की नौकरी पाने के बावजूद जॉब छोड़ी और इस स्टार्टअप के जरिये अपने शहर में खुद का अलग इंटरनेट नेटवर्क खड़ा कर दिया। वह भी महज तीन लाख रुपये खर्च करके। अब हिमालय दिग्गज मोबाइल कंपनियों की तरह लखीमपुर, उप्र में 25 किमी की रेंज तक लोगों को इंटरनेट सेवाएं प्रदान कर ठीकठाक कमाई कर रहे हैं। उनकी योजना पूरे जिले में इसका विस्तार करने की है।

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लखीमपुर निवासी ज्ञानेंद्र गिरि बेटे हिमालय को इंजीनियर बनाना चाहते थे। पिता का सपना पूरा करने के लिए हिमालय ने देहरादून की पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी से वर्ष 2016 में कंप्यूटर साइंस से बीटेक किया। पुणे में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में जॉब ऑफर मिला तो तत्काल ज्वाइन कर लिया, पर संतुष्ट नहीं हुए। दो साल नौकरी की, फिर जॉब छोड़कर नोएडा चले गए। वहां 2018 में इंटरनेट कनेक्टिविटी नेटवर्किंग में स्टार्टअप किया। पहला प्रयास असफल रहा, लेकिन वे हारे नहीं। गोला आकर नए सिरे से प्रयास किया।

हिमालय ने भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण में 10 मई 2019 को गो-गोला कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से अपनी कंपनी रजिस्टर कराई। लोहे की पाइप, रॉड और अन्य जरूरी उपकरण खरीदकर इंटरनेट टॉवर बनाना शुरू किया। टॉवर से इंटरनेट सिग्नल कंट्रोल रूम की डिवाइस तक पहुंचाने के जरूरी उपकरण लगाए और जुलाई 2019 से इंटरनेट सर्विस शुरू हो गई। इसमें तकरीबन तीन लाख रुपये का खर्च आया।

दो टॉवर लगाए, 25 किमी में रेंज

हिमालय के टॉवर की एयर रेंज लगभग 25 किलोमीटर है। गन्ना विकास समिति के 16 कंप्यूटरों का इंटरनेट गो-गोला से चल रहा है। कुछ बैंकों के साथ कुल 64 लोगों ने फिलहाल इसका कनेक्शन ले रखा है। गो-गोला इंटरनेट नेटवर्क 50 एमबीपीएस की स्पीड दे रहा है। यह सिर्फ इंटरनेट आधारित नेटवर्क है, इसमें स्पीड कम नहीं होती। न्यूनतम 444 रुपये प्रति माह शुल्क पर कनेक्शन देते हैं।

स्टार्टअप के लिए राह आसान नहीं थी। टेक्नालॉजी की जानकारी होने के चलते रास्ता बनाता गया। इंटरनेट आज हर किसी की जरूरत है। इसलिए खुद का नेटवर्क खड़ा किया। वैसे कम्युनिकेशन के क्षेत्र में बड़ी कंपनियां हैं, लेकिन हम अपने काम से संतुष्ट हैं। जल्द ही पूरे जिले में सस्ता नेट कनेक्शन देंगे। हिमालय, फाउंडर, स्टार्टअप गो-गोला कम्युनिकेशन।

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