शीतलहर की चपेट में पहाड़, मैदानी इलाके कांपे, कोहरे में लिपटी दिल्ली, नए वर्ष का आगाज होगा ठंड के साथ
नये वर्ष के प्रथम माह का आगाज ठंड के साथ होगा। इस बार पिछले वर्षों की तुलना में अधिक ठंड पड़ने के आसार हैं। करीब 5 दिन शीतलहर की आशंका है। 14 दिन तक कोहरा छाया रह सकता है।
जागरण टीम, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल में बर्फबारी के चलते शीतलहर की स्थिति है। वहीं पहाड़ों में बर्फबारी के चलते उत्तर भारत के मैदानी राज्य भी जबर्दस्त ठंड की चपेट में हैं। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दो तीन दिनों में देश के कई भागो में न्यूनतम तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस गिर सकता है। रविवार को दिल्ली पूरी तरह घने कोहरे के आगोश में रही। इसके चलते दृश्यता काफी कम रही और आवागमन में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
कोहरे में लिपटी दिल्ली
एक दिन पहले हल्की बारिश के बाद रविवार को दिल्ली सुबह कोहरे की चादर में लिपटी रही। इस वजह से कई इलाकों में दृश्यता बहुत कम रही, जिसका असर वाहनों के आवागमन पर भी पड़ा। बर्फीली हवा चलने के कारण न्यूनतम तापमान में 3.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई और अधिकतम तापमान भी सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया। इस वजह से 13 दिसंबर का दिन पिछले पांच सालों में सबसे अधिक ठंडा रहा। दिल्ली में अधिकतम तापमान इस सीजन का न्यूनतम 20.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 11.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक है। यही स्थिति दिल्ली से सटे उप्र के गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में रही।
लेह में माइनस 12.2 डिग्री लुढ़का पारा, ठंड कर रही बेहाल
बर्फबारी के बाद ठंड अपना रंग दिखाने लगी है। लेह में न्यूनतम तापमान माइनस 12.2 डिग्री, जबकि अधिकतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस रहा। लेह में शनिवार की रात सबसे ठंडी रही। वहीं कारगिल का न्यूनतम तापमान माइनस 12.6 डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया है।
उत्तराखंड में कई इलाकों में तापमान शून्य तक पहुंचा
उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले इलाकों में रात को तापमान शून्य तक पहुंच गया है। मैदानी इलाकों में भी पारे में गिरावट आई है। शनिवार को उत्तरकाशी जिले की हर्षिल घाटी में जमकर हिमपात हुआ। इससे हर्षिल के निकट गंगोत्री हाईवे भी बाधित है। रविवार को सीमा सड़क संगठन की टीम दिनभर हाईवे से बर्फ हटाने में जुटी रही।
जम्मू-कश्मीर के निचले क्षेत्रों में बर्फ पिघली, ठंड कर रही बेहाल
जम्मू संभाग में सुबह से बादल छाए रहने के बाद दोपहर को हल्की धूप निकली, लेकिन ठंड पिछले दिनों की तुलना में अधिक रही। जम्मू-कश्मीर के निचले क्षेत्रों में शुक्रवार को पड़ी बर्फ पिघलने से ठंड अपना रंग दिखाने लगी है। वहीं जम्मू संभाग में सुबह से बादल छाए रहने के बाद दोपहर को हल्की धूप निकली, लेकिन ठंड पिछले दिनों की तुलना में अधिक रही। लेह की रात सबसे ठंडी रही और न्यूनतम तापमान लुढक कर-12.2 डिग्री सेल्सियस तक आ गया। अधिकतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कारगिल का न्यूनतम तापमान भी शून्य से 12.6 डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया है। अधिकतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा। ठंड के चलते लेह कारगिल में जन जीवन थम सा गया है।
कड़ाके की ठंड में डीडीसी चुनाव, 51.5 फीसद हुआ मतदान
बर्फ से ढके जम्मू कश्मीर के दूरदराज इलाकों में जिला विकास परिषद के छठे चरण के मतदान ने माहौल को गर्माहट दी। प्रदेश में जिला विकास परिषद की 31 सीटों के लिए रविवार को हुए मतदान में मतदाताओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। प्रदेश में 51.5 फीसद मतदान हुआ। कश्मीर में मतदान में खलल डालने के दुश्मन के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। कड़ाके की ठंड में विकास की उम्मीद लिए मतदान केंद्रों में पहुंचे ग्रामीणों का उत्साह देखते बन रहा था। बर्फ के बीच मतदान केंद्रों में मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें नजर आई।
2021 की जनवरी पर रहेगा 12 कोल्ड डे का प्रकोप
साल 2021 की जनवरी में 12 कोल्ड डे का प्रकोप रहेगा। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक जनवरी में 12 दिन अधिकतम तापमान 16 डिग्री से कम रह सकता है। पांच दिन तक शीतलहर और 14 दिन घना कोहरा पड़ सकता है। साल की शुरुआत में ही कुछ जगह बारिश के आसार हैं। ऐसे में बुजुर्ग, बच्चों व सांस के रोगियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। 16 डिग्री से कम तापमान इसलिए घातक है कि दिन के समय समय अधिकतर लोग घरों से बाहर होते हैं। ऐसे में लोगों के ठंड से प्रभावित होने का खतरा अधिक है।
जानिए क्या है कोल्ड डे
दिन का तापमान 16 डिग्री कम होने पर उसे कोल्ड डे कहा जाता है। कोल्ड डे में ही लोगों के डायरिया, बुखार, सर्दी और संक्रामक बीमारियों का खतरा अधिक रहता है।
दिसंबर में 12 से 14 दिन कोहरा पड़ने की संभावना
मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि दिसंबर माह में करीब 17 दिन शेष हैं। इसमें दो से तीन दिनों तक शीतलहर व 12 से 14 दिन कोहरा पड़ सकता है। इसमें 7 से 8 दिन घना कोहरा के आसार हैं। चार दिन कोल्ड डे रहने का पूर्वानुमान है। इसमें वातावरण में 75 फीसद से अधिक नमी रह सकती है।
नये वर्ष के प्रथम माह का आगाज ठंड के साथ होगा
नये वर्ष के प्रथम माह का आगाज ठंड के साथ होगा। इस बार पिछले वर्षों की तुलना में अधिक ठंड पड़ने के आसार हैं। करीब 5 दिन शीतलहर की आशंका है। 14 दिन तक कोहरा छाया रह सकता है। ऐसे में लोग ठंड का आनंद लें, लेकिन सावधानी भी बरतें। जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है- कैलाश पांडेय, मौसम विशेषज्ञ।