मिजोरम में राजमार्ग पर नाकाबंदी चौथे दिन भी जारी
जिला अस्पताल से एक डॉक्टर के तबादले के विरोध में एनजीओ और छात्र संगठनों के द्वारा मिजोरम में नाकाबंदी की गई थी, जो चौथे दिन भी जारी रही।।
मिजोरम (आइएएनएस)। मिजोरम में शुक्रवार को लगातार चौथे दिन राजमार्ग 54 पर नाकेबंदी जारी रही। जिसके कारण राज्य की सड़कें देश के कई हिस्सों से कट ऑफ हो गए। अधिकारियों ने बताया कि जिला अस्पताल से एक डॉक्टर के तबादले के विरोध में एनजीओ और छात्र संगठनों के द्वारा ये नाकाबंदी की गई थी। पुलिस के अनुसार, मिजोरम की लाइफ लाइन कही जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग 54 पर ये नाकाबंदी की गई थी जो असम के साथ राज्य की सीमा पर कोलासीब में आती है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आईजोल से 85 किलोमीटर दूर कोलासीब शहर के दोनों किनारों पर सामानों से लदे ट्रक, यात्री बस और छोटे वाहन फंसे हुए थे। जिसके कारण हालात ये हो गए हैं कि मिजोरम के कई हिस्सों में जरुरत के सामानों की किल्लतें हो गई हैं। एक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारी ने कहा, "राज्य सरकार के आदेश के बाद, पेट्रोल और डीजल को पेट्रोल पंपों द्वारा पहुंचाया जा रहा है।" मिजोरम और शेष भारत के बीच सड़क संपर्क को मंगलवार से 850 किलोमीटर की नाकाबंदी की वजह से बंद कर दिया गया।
मालूम हो कि, स्थानीय गैर सरकारी संगठनों और छात्र संगठनों की संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे। आंदोलनकारियों के हवाले से पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोलासीब जिला अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर को बिना कोई विकल्प दिए तबादले के विरोध में ये अनिश्चित राजमार्ग नाकाबंदी को बुलाया गया। पुलिस मुख्य सी. लालजाहंगोवा ने कहा कि नाकाबंदी हालांकि शांतिपूर्ण थी। मिजोरम के स्वास्थ्य मंत्री लाल थानजारा ने आशा व्यक्त की है कि अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा 26 डॉक्टरों की भर्ती के तुरंत बाद हल किया जाएगा। भर्ती प्रक्रिया फिलहाल चल रही है।
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