हेलीकाप्टर से पृथ्वी पर आएगी मंगल ग्रह पर बदलावों की जानकारी, जानिए कैसे
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया कि इतिहास में यह पहला हेलीकॉप्टर होगा जो किसी दूसरे ग्रह में उड़कर सर्वेक्षण करेगा।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा मंगल ग्रह पर हेलीकॉप्टर भेजने का प्रयास कर रहा है जिससे वहां के डेटा मिल सके। एजेंसी का ये प्रयास अब अंतिम चरण में है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया कि इतिहास में यह पहला हेलीकॉप्टर होगा जो किसी दूसरे ग्रह में उड़कर सर्वेक्षण करेगा। यह हेलीकॉप्टर मंगल के हवाई क्षेत्र से उसके वातावरण में होने वाले बदलावों की सूचनाएं पृथ्वी तक पहुंचाएगा।
अमेरिका में नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (जेपीएल) में मंगल के हेलीकॉप्टर के प्रोजेक्ट मैनेजर मिमि आंग ने कहा कि इससे पहले किसी ने भी मंगल पर हेलीकॉप्टर उड़ाने के बारे में नहीं सोचा। हम लगातार नए अनुसंधान कर रहे हैं। हमारे फ्लाइट मॉडल ने हाल ही में कई महत्वपूर्ण परीक्षण सफलतापूर्वक पास कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि मॉडल वास्तविकता में वाहन सरीखा है जो मंगल का भ्रमण करेगा।
इस साल जनवरी में जेपीएल की टीम ने सिमुलेटेड मंगल के वातावरण में इस मॉडल को संचालित किया था। जिसके बाद डेनवर में लॉकहीड मार्टिन स्पेस में मंगल हेलीकॉप्टर डिलीवरी सिस्टम के साथ परीक्षण के लिए ले जाया गया था। नासा के मुताबिक मंगल मिशन 2020 में भेजे जाने वाले रोवर के साथ इस हेलीकॉप्टर को जोड़ा जाएगा और रोवर के मंगल की सतह पर पहुंचने के बाद यह उससे अलग हो जाएगा। नासा के मुताबिक यह मॉर्स हेलीकॉप्टर एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस है। मंगल पर जाने के लिए इसे किसी अन्य वैज्ञानिक उपकरणों की भी जरूरत नहीं है। इसका उद्देश्य मंगल के वातावरण में फ्लाइट उड़ाने की संभावनाएं तलाश करना तो है ही साथ ही यह कई अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं भी साझा करेगा।
नासा ने कहा कि इस यान को पृथ्वी से संचालित किया जाएगा। इसमें हाई-रेजोल्यूशन वाले कैमरे भी लगाए जाएंगे, जो लाल ग्रह के हवाई क्षेत्र से रंगीन चित्रों को पृथ्वी तक भेजेंगे। भविष्य में मंगल पर सेकेंड जेनरेशन के हेलीकॉप्टर को भेजने के लिए यह अभियान एक नई दिशा दे सकता है। मिमी आंग ने कहा अगली बार हम सीधा मंगल पर उड़ान भरेंगे। मंगल हेलीकॉप्टर मार्स 2020 रोवर के साथ एक युनाइटेड लॉच अलायंस एटलस वी रॉकेट के जरिये फ्लोरिडा के केप कैनेवरल एयर फोर्स स्टेशन से लांच किया जाएगा। फरवरी 2021 में मंगल पर पहुंचने की संभावना है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप