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भारी बारिश से कई दूसरे राज्यों में भी मंडराया बाढ़ का खतरा, केंद्रीय जल आयोग ने जारी की चेतावनी

पहाड़ों और कुछ मैदानी इलाकों में लगातार बारिश के कारण कई जगहों पर बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। केंद्रीय जल आयोग इस बारे में चेतावनी जारी की है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 06:07 AM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 06:07 AM (IST)
भारी बारिश से कई दूसरे राज्यों में भी मंडराया बाढ़ का खतरा, केंद्रीय जल आयोग ने जारी की चेतावनी
भारी बारिश से कई दूसरे राज्यों में भी मंडराया बाढ़ का खतरा, केंद्रीय जल आयोग ने जारी की चेतावनी

नई दिल्ली, जेएनएन। पहाड़ों और कुछ मैदानी इलाकों में लगातार बारिश के कारण कई जगहों पर बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने बुधवार को चेतावनी जारी कर देश के कई भागों में भारी बारिश की संभावना जताई है। भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के हवाले से केंद्रीय जल आयोग ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान के पूर्वी क्षेत्र, मध्य प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में बारिश से बाढ़ का पूर्वानुमान जारी किया है। वहीं यूपी, बिहार और असम में बाढ़ से हालात बेहद खराब हो गए हैं।

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उत्‍तराखंड और हिमाचल में भारी बारिश का अलर्ट

उत्तराखंड के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़, राजस्थान के सीकर, जयपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, करई, बारां, टोंक, मध्य प्रदेश के श्योपुर और शिवपुरी में तेज बारिश होने का पूर्वानुमान है। वहीं हिमाचल में चंबा सहित कई स्थानों पर भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है।

उत्तराखंड में बारिश ने बढ़ाई दुश्वारियां

लगातार हो रही बारिश से कुमाऊं में दुश्वारियां बढ़ती जा रही हैं, जबकि गढ़वाल में भी बारिश और भूस्खलन से काफी नुकसान हो रहा है। बुधवार को पिथौरागढ़ जिले में जोरदार बारिश हुई। जिससे अस्कोट-कर्णप्रयाग मार्ग पर बेरीनाग व थल के मध्य सड़क धंस गई। थल-पांखू मार्ग पर रपटे में एक पिकअप वाहन बह गया। कई जगह भूस्खलन के कारण नुकसान हुआ है। बदरीनाथ क्षेत्र के 14 गांवों में दो दिन से विद्युत आपूर्ति ठप है। हालांकि, केदारनाथ हाईवे पांच दिन बाद सुचारू हो गया है, लेकिन प्रदेश में अब भी करीब 65 मार्गो पर आवाजाही बंद है।

किन्नौर में बादल फटा, दो पुल बहे

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले की मूरंग तहसील के रिस्पा गांव में मंगलवार रात बादल फटने से करोड़ों की संपत्ति बह गई। बाढ़ के कारण रिस्पा में चेरांग खड्ड पर बना पुल व अकपा में सतलुज नदी पर लोहे का पुल बह गए। चेरंग गरंग नहर का करीब 300 से 400 मीटर हिस्सा बह गया है। रिस्पा संपर्क सड़क भी करीब 70 से 80 मीटर बह गई है। अकपा में पुल बहने से पूह, पोवारी, रिकांगपिओ व रामपुर की तरफ जाने वाले बड़े वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। चंबा जिले की परौथा पंचायत के तलानेर में घास काट रही महिला व उसका बेटा पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आ गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

बिहार, यूपी और असम में संकट बरकरार

बिहार के नए इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है जिससे 16 जिलों में 62 हजार और लोग प्रभावित हुए हैं। राज्‍य कुल 75 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ प्रभावित पंचायतों की संख्या बढ़कर 1,260 हो गई है। बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं यूपी के 16 जिलों में 517 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। शारदा नदी पलिया कला लखीमपुरखीरी, सरयू (घाघरा) नदी तुर्तीपार बलिया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिला स्तर पर कंट्रोल रूम को 24 घंटे सक्रिय रखने के निर्देश दिए गए हैं। असम के तीन जिलों में बाढ़ का संकट अभी भी बरकरार है।  


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