उत्तर भारत में गर्मी से राहत, लेकिन डरा रही आंधी की आफत; अाज भी अांधी- तूफान के अासार
उत्तर भारत में लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत तो मिलनी शुरू हो गई है, लेकिन तेज आंधी अब आफत बनकर लोगों को डरा रही है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। उत्तर भारत में लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलनी तो शुरू हो गई है, लेकिन इसके साथ आ रही आंधी आफत बन रही है। कई स्थानों पर गुरुवार को हुई बारिश से लोगों को गर्मी से थोड़ी निजात तो जरूर मिली, लेकिन तेज हवाओं ने कई लोगों की जान ले ली। बादलों की आवाजाही से मौसम के सुहावना होने के आसार बने हुए हैं। अाज भी दिल्ली सहित कई राज्यों में अांधी- तूफान की अाशंका जताई जा रही है।
उप्र के पूर्वाचल में आंधी-पानी व बिजली गिरने से 7 की मौत
उत्तर प्रदेश में गुरुवार को सुबह से ही बादलों का डेरा बना रहा। दिन चढ़ते ही पूर्वांचल के कई जिलों में आंधी-पानी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। गोरखपुर में तेज आंधी में एक स्कूल की दीवार पर पेड़ गिरने से दो महिला मजदूरों की मौत हो गई व तीन अन्य मजदूर घायल हो गए। वहीं, वज्रपात (बिजली गिरने से) से मऊ जिले में तीन, गोरखपुर और इलाहाबाद में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ और बलिया में डेढ़ दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए।
मध्य यूपी के कुछ जिलों में बुधवार को आधी रात के बाद तेज आंधी के बाद बारिश हुई। बारिश और बूंदाबांदी का सिलसिला सुबह तक चला। हालांकि रात में जहां बारिश के चलते मौसम थोड़ा ठंडा रहा तो वहीं, दिन में धूम निकलने के कारण लोग उमस से परेशान रहे। पश्चिमी यूपी के जिलों में दिनभर बादलों की आवाजाही के चलते लोगों को गर्मी से राहत मिली। इलाहाबाद में गुरुवार की भोर पहर में बारिश के साथ आंधी भी चली।
बिहार में भी आंधी-पानी, 10 मरे
उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों में गुरुवार दोपहर व रात्रि में आंधी-पानी और वज्रपात से 10 लोगों की मौत हो गई जबकि दो बहनों समेत दर्जनभर लोग जख्मी हो गए। पूर्वी चंपारण के चकिया में पेड़ के नीचे दबने से एक व्यक्ति की मौत हुई तो पूर्वी चंपारण में ही आकाशीय बिजली की चपेट में आने से चार लोगों की जान चली गई। जबकि मुजफ्फरपुर व दरभंगा में वज्रपात से दो-दो लोगों की मौत हो हुई। वहीं शिवहर में गिरते पेड़ की जद में आने से एक किशोर की मौत हो गई। इसके अलावा दरभंगा के केवटी में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक महिला झुलस गई तो सिवान में वज्रपात से दो बहनें समेत दर्जनभर लोग जख्मी हो गए।
मप्र में पारा लुढ़का, कई स्थानों पर हल्की बारिश
मानसून आने की उलटी गिनती शुरू होते ही मप्र में दिन के अधिकतम तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो गया है। इसी क्रम में गुरुवार को राज्य में सर्वाधिक तापमान 44.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इसके अलावा पूरे प्रदेश में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज हुआ। उधर, नीमच, मंदसौर, मंडला, उमरिया और जबलपुर में बौछारें भी पड़ीं। नीमच के मनासा में तो कुछ देर ओले भी गिरे। उज्जैन के महिदपुर में भी हल्की बारिश हुई।
प्री-मानसूनी बौछार से तरबतर हुआ छग
दक्षिण-पश्चिमी मानसून के छत्तीसगढ़ पहुंचने से करीब एक सप्ताह पहले ही प्री-मानसूनी बौछारों ने राज्य के कई हिस्सों को तरबतर कर दिया है। बस्तर से लेकर सरगुजा संभाग तक अनेक स्थानों पर बुधवार की रात से गुरुवार के बीच तेज बारिश हुई। कांकेर के माकड़ी में सबसे ज्यादा नौ सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं, पूरे राज्य में तेज हवाओं के चलने और गरज-चमक का दौर जारी है। हालांकि लोगों को गर्मी से तो राहत मिली है, लेकिन इससे जनजीवन भी प्रभावित हुआ है।
हिमाचल के कुछ क्षेत्रों में राहत
हिमाचल के मंडी, शिमला व कांगड़ा के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई। बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश के अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। न्यूनतम तापमान 1 से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। गुरुवार को सबसे अधिक तापमान ऊना में 42.0 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार और शनिवार को शिमला, सोलन, चंबा व सिरमौर के कई क्षेत्रों में हल्की बारिश होने की संभावना है।
झारखंड के कई जिलों में छिटपुट बारिश
झारखंड में गुरुवार को कई जिलों में छिटपुट बारिश के साथ ओले गिरे व आंधी चली। वहीं इस दौरान हुए वज्रपात से लोहरदगा में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि चार लोग घायल हो गए। लोहरदगा जिले के सेन्हा प्रखंड में आंधी से निर्माणाधीन निजी स्कूल की दीवार गिर गई। इसके नीचे चार लोग दब गए। जिन्हें गंभीर हालत में लोहरदगा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राजधानी रांची समेत प्रदेश के कई जिलों में दिन में उमस भरी गर्मी रही। डालटनगंज का अधिकतम तापमान 40.6, सरायकेला 40, जमशेदपुर 35.8 सिमडेगा में 37 डिग्री, रांची में 34 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में तपिश बरकरार
राजस्थान के कई जिलों में बुधवार को हुई बारिश के बाद गुरुवार को तापमान में थोड़ी गिरावट आई है। हालांकि, सीमावर्ती बाड़मेर और जैसलमेर जिलों में गुरुवार को भी तापमान 45 डिग्री पार कर गया। इन दोनों जिलों में पिछले एक सप्ताह से तापमान 45 से लेकर 49 डिग्री तक पहुंच रहा है। गुरुवार को चुरू में सबसे अधिक तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को हुई बारिश के बाद राज्य के अधिकांश जिलों में लू का असर भी कम रहा।
जम्मू-कश्मीर में मौसम का रौद्र रूप जारी
जम्मू-कश्मीर में मौसम का रौद्र रूप गुरुवार को भी जारी रहा। जम्मू में लगातार तापमान 40.0 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चल रहा है। यहां अधिकतम 41.0 और न्यूनतम तापमान 28.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, श्रीनगर में अधिकतम 31.1 और न्यूनतम 12.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों तक मौसम साफ रहने वाला है, जिससे लू का प्रकोप बना रहेगा।