Heat Wave in India: भारत में प्रचंड गर्मी से 50 सालों में 17 हजार लोगों की मौत
भारत में प्रचंड गर्मी के मौसम में पिछले पचास सालों में अधिकतम लोगों की मौत आंध्र प्रदेश तेलंगाना और ओडिशा में हुई हैं। देश के वरिष्ठ मौसम विज्ञानियों के ताजा शोध के अनुसार वर्ष 1971-2019 के बीच देश में लू की 706 घटनाएं हुई हैं।
नई दिल्ली, एजेंसी। गर्मी की लहर के चलते भारत में पिछले पचास सालों में 1700 लोगों की मौत हो चुकी है। देश के वरिष्ठ मौसम विज्ञानियों के ताजा शोध के अनुसार वर्ष 1971-2019 के बीच देश में लू की 706 घटनाएं हुई हैं। भारत में प्रचंड गर्मी के मौसम में पिछले पचास सालों में अधिकतम लोगों की मौत आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा में हुई हैं।
जानिए, प्रचंड गर्मी के जोन
प्रचंड गर्मी के प्रमुख क्षेत्रों में मई के महीने में रहना मुश्किल हो जाता है। प्रचंड गर्मी के यह जोन पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना हैं।
उत्तरी गोलार्द्ध में जानलेवा गर्मी ने लोगों का जीना कर दिया मुश्किल
हालांकि अभी उत्तरी गोलार्द्ध के विभिन्न हिस्सों में जानलेवा गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। इस हफ्ते की शुरुआत में कनाडा और उत्तरी अमेरिका के कई हिस्सों में अत्यधिक गर्मी पड़ी है। वेंकूवर में तापमान 49 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक पहुंच गया था।
मैदानी इलाकों में पारा पहुंचा 40
इसी तरह भारत के मैदानी इलाकों में लू से मौतें हुई हैं। इस हफ्ते यहां अधिकांश जगह तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि पहाड़ी इलाकों में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस था। हालांकि आमतौर पर तटीय स्टेशनों पर 40 डिग्री और अन्य मैदानी इलाकों में 45 डिग्री सेल्सियस डिग्री तक तापमान देखा जाता है। इस शोध पत्र को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम राजीवन, विज्ञानी कमलजीत रे, एसएस रे, आरके गिरी और एपी दिमरी को तैयार किया है।