कोरोना की पहली और दूसरी जांच मुफ्त, सरकार का एलान, वायरस की पुष्टि के लिए जरूरी हैं ये जांचें
सरकार ने कहा है कि सभी देशवासियों के लिए अब कोरोना की पहली और दूसरी जांच मुफ्त होगी। वहीं एम्स ने कोरोना को लेकर एक हेल्पलाइन नंबर-9971876591 भी जारी किया है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को स्पष्ट किया कि देश के सभी लोगों के लिए कोरोना की पहली और दूसरी जांच मुफ्त होगी। इन दोनों जांच के बाद ही कोरोना की पुष्टि होती है। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की तरफ से कोरोना से निपटने और उसके प्रसार को रोकने के लिए किए गए उपायों की समीक्षा की।
उपकरणों की कोई कमी नहीं : सरकार
स्वास्थ्य मंत्रालय में विशेष सचिव संजीव कुमार ने कहा कि कोरोना की जांच के लिए आवश्यक उपकरणों और सुविधाओं की देश में कोई कमी नहीं है। अभी तक पूरी क्षमता का सिर्फ 10 फीसद का ही इस्तेमाल हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना की पुष्टि के लिए आवश्यक पहली और दूसरी जांच के लिए किसी से भी कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। सभी के लिए यह सुविधा पूरी तरह से मुफ्त होगी।
80.56 लाख मास्क और सुरक्षा उपकरण के लिए ऑर्डर
संजीव कुमार ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मियों के लिए अतिरिक्त 80,56,365 एन95 मास्क और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण के ऑर्डर दिए गए हैं। एम्स ने कोरोना को लेकर एक अलग हेल्पलाइन नंबर-9971876591 जारी किया है। इस पर चौबीस घंटे डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे।
अस्पतालों में स्वच्छता पर जोर
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा करते हुए सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में अस्पतालों में अत्यधिक स्वच्छता पर जोर दिया। उन्होंने क्वारंटाइन सुविधाओं, आइसोलेशन वार्ड्स, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों, मास्क और टेस्टिंग किट्स की उपलब्धता की भी जानकारी ली। साथ ही सभी तरह की सुविधाओं को बढ़ाने और मजबूत करने के उपायों पर भी चर्चा की गई।
कंट्रोल रूम की क्षमता बढ़ाने के निर्देश
स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम की क्षमता बढ़ाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने फोन लाइन के साथ ही कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने को कहा है। अनावश्यक यात्रा और जमावड़ा रोकने के लिए किए गए उपायों की भी समीक्षा की गई। इस समीक्षा बैठक के नतीजों को सोमवार को होने वाली मंत्रियों के समूह की बैठक में रखा जाएगा। कोरोना के हालात पर नजर रखने के लिए इस समूह का गठन किया गया है।