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देशभर के AIIMS से शिक्षकों की कमी होगी दूर, स्वास्थ्य मंत्रालय केंद्रीकृत भर्ती पर कर रहा विचार

मंत्रालय ने विगत साल लोकसभा में कहा था कि देश में 14 नये एम्स में शिक्षकों के लगभग 44 प्रतिशत पद रिक्त हैं तथा राजकोट एम्स में कुल मंजूर शिक्षकों के 183 पद के सापेक्ष केवल 40 शिक्षक हैं।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaPublished: Sun, 19 Mar 2023 08:04 PM (IST)Updated: Sun, 19 Mar 2023 08:04 PM (IST)
देशभर के AIIMS से शिक्षकों की कमी होगी दूर, स्वास्थ्य मंत्रालय केंद्रीकृत भर्ती पर कर रहा विचार
शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए सभी एम्स में केंद्रीकृत भर्ती पर हो रहा विचार

नई दिल्ली, पीटीआई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय देश में विभिन्न अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों (AIIMS) में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मियों की कमी का समाधान करने के लिए उनकी केंद्रीकृत भर्ती व्यवस्था शुरू करने की संभावना पर विचार कर रहा है।

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इस संबंध में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पाल, स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (PMSSY), नई दिल्ली स्थित एम्स के निदेशक की सदस्यता वाली समिति बनाई गई है।

28 फरवरी को जारी एक आदेश में कहा गया है कि विभिन्न एम्स में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया को मजबूत करने और इस संबंध में केंद्रीकृत भर्ती व्यवस्था की संभावनाएं खंगालने के लिए आठ जनवरी को भुवनेश्वर एम्स में केंद्रीय संस्थान निकाय (सीआईबी) की एक बैठक हुई थी, जिसके बाद समिति का गठन किया गया था।

'4 नये एम्स में शिक्षकों के लगभग 44 फीसदी पद रिक्त'

मंत्रालय ने विगत साल लोकसभा में कहा था कि देश में 14 नये एम्स में शिक्षकों के लगभग 44 प्रतिशत पद रिक्त हैं तथा राजकोट एम्स में कुल मंजूर शिक्षकों के 183 पद के सापेक्ष केवल 40 शिक्षक हैं।

इन एम्स में शिक्षकों की भारी कमी

सरकार के अनुसार, जिन एम्स में शिक्षकों की भारी कमी है, उनमें राजकोट एम्स के बाद विजयपुर एम्स और गोरखपुर एम्स आते हैं, जहां शिक्षकों की संख्या बहुत कम है।

मंत्रालय ने कहा था कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों में एमबीबीएस छात्रों को पढ़ाने के लिए सरकार ने पर्याप्त संख्या में शिक्षकों के पदों को मंजूरी दी थी।


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