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केंद्र ने राज्‍यों से कहा, सभी डाक्टरों को दें कोरोना जांच की सिफारिश करने की इजाजत

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय और आइसीएमआर ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे सभी प्रशिक्षित डाक्टरों को कोरोना जांच की सिफारिश करने की इजाजत दें।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2020 08:35 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 03:08 AM (IST)
केंद्र ने राज्‍यों से कहा, सभी डाक्टरों को दें कोरोना जांच की सिफारिश करने की इजाजत
केंद्र ने राज्‍यों से कहा, सभी डाक्टरों को दें कोरोना जांच की सिफारिश करने की इजाजत

नई दिल्ली, पीटीआइ/एएनआइ। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे सभी प्रशिक्षित डाक्टरों को कोरोना जांच की सिफारिश करने की इजाजत दें। जांच आइसीएमआर के दिशा निर्देशों के अनुसार ही होगी लेकिन इससे फायदा यह होगा कि कोरोना के संभावित मरीजों की जांच में विलंब नहीं होगा। इसके साथ ही केंद्र ने राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टेस्टिंग बढ़ाने के भी निर्देश जारी किए हैं।

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लैब की क्षमता पूरा सदुपयोग नहीं हो पा रहा

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन और आइसीएमआर के महानिदेशक डा.बलराम भार्गव द्वारा संयुक्त रूप से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे गए इस पत्र में कहा गया है कि जांच की हमारी जितनी लैब हैं, खासकर निजी लैब, उनकी क्षमता पूरा सदुपयोग नहीं हो पा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि ऐसे कदम उठाए जाएं जिससे लोगों की समय से और ज्यादा से ज्यादा तादाद में जांच हो सके। पत्र में कहा गया है कि संक्रमण नए इलाकों में भी फैलना शुरू हुआ है जिसे देखते हुए कड़‍ी निगरानी की जरूरत है।

सभी प्रशिक्षित डाक्टरों को दी जाए इजाजत

पत्र में कहा गया है कि कुछ राज्यों में सिर्फ सरकारी डाक्टरों को ही जांच की सिफारिश करने की इजाजत दी गई है। ऐसे समय में जब सरकार ने जांच और उपचार की सुविधाएं बढ़ा रखी हैं तब इस तरह की बंदिशों से जांच में बेवजह देरी होती है। ऐसे में जरूरी है कि संभावित लक्षणों वाले मरीजों की जांच की सिफारिश करने की इजाजत सभी प्रशिक्षित डाक्टरों को दिया जाए। वे चाहे सरकारी डाक्टर हों निजी प्रैक्टिस करने वाले। सिफारिश करने में इतना जरूर ध्यान रखा जाए कि मामला आइसीएमआर के दिशा निर्देशों के दायरे में आता हो।

सुझाया ट्र‍िपल टी का फॉर्मूला

कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से राज्‍यों को ट्रिपल टी (टेस्‍ट, ट्रैक एंड ट्रीट) का फॉर्मूला सुझाया गया है। केंद्र ने कहा है कि केवल इसी फॉर्मूले के जरिए महामारी को फैलने से रोका जा सकता है। आइसीएमआर ने कोरोना की जांच के लिए देश में कुल 1049 प्रयोगशालाओं को मंजूरी दी है। इसमें 761 सरकारी जबकि 288 निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाएं शामिल हैं।

एक दिन में 507 लोगों की मौत

उल्‍लेखनीय है कि देश में बुधवार को एक दिन में कोरोना संक्रमण से रिकॉर्ड 507 लोगों की मौत हो गई जबकि 18,653 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही देश में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्‍या बढ़कर 17,400 हो गई है जबकि कुल 5,85,493 मामले सामने आए हैं। पहली जून से अभी तक 3,94,958 मामले सामने आ चुके हैं। देश में अभी भी 2,20,114 लोगों का इलाज चल रहा है जबकि 3,47,978 लोग ठीक हो चुके हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के मुताबिक, मरीजों के ठीक होने की दर 59.43 फीसद है।


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