छत्तीसगढ़ : नक्सल आपरेशन के दौरान जवान ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या
जिले के चिंतागुफा में पदस्थ कोबरा 206 के हेड कांस्टेबल (जनरल ड्यूटी) हरजीत सिंह नक्सल आपरेशन के लिए 12 जनवरी को वहां से करीब सात किमी दूर मिनपा के लिए रवाना हुए थे। जवान का शव हेलीकाप्टर से रायपुर भेजा गया जहां से गृहग्राम रवाना किया जाएगा।
सुकमा, जेएनएन। छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित मिनपा क्षेत्र में पिछले तीन दिन से गश्त कर रहे कोबरा 206 बटालियन के हेड कांस्टेबल ने शुक्रवार सुबह अपनी सर्विस रायफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। जवान का शव हेलीकाप्टर से रायपुर भेजा गया, जहां से गृहग्राम रवाना किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक जिले के चिंतागुफा में पदस्थ कोबरा 206 के हेड कांस्टेबल (जनरल ड्यूटी) हरजीत सिंह नक्सल आपरेशन के लिए 12 जनवरी को वहां से करीब सात किमी दूर मिनपा के लिए रवाना हुए थे। शुक्रवार सुबह करीब छह बजे कोयमेटा पहाड़ी के पास अचानक अपनी सर्विस रायफल से खुद को गोली मार ली। इससे जवान की मौके पर ही मौत हो गई। जवान का पार्थिव शरीर बुर्कापाल लाया गया, जहां से हेलीकाप्टर से रायपुर भेजा गया। वहां से शव पंजाब के लुधियाना जिले स्थित गृहग्राम भेजा जाएगा। हरजीत सिंह पुत्र हरमनदीप सिंह गांव घुघराना, थाना देरहोन, जिला लुधियाना निवासी बताए गए हैं। खुदकुशी की वजह अज्ञात है।
नक्सलियों ने की सरपंच के पति की हत्या
छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव जिले के नक्सल प्रभावित परदोनी गांव की सरपंच के पति मैनूराम सलामे की नक्सलियों ने बुधवार की रात डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। नक्सलियों ने शव के पास एक पर्चा छोड़ा था। इसमें मैनूराम को पुलिस की मुखबिरी करने की सजा देने की बात लिखी गई थी। जानकारी के अनुसार मैनूराम कुछ साल पहले ग्राम पंचायत ढब्बा के सरपंच रहे थे। बुधवार की रात वह सोने की तैयारी में थे, तभी आठ-दस वर्दीधारी नक्सली पहुंचे और उन्हें अपने साथ जबरदस्ती जंगल की ओर ले गए। वहां डंडे से पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को सड़क पर फेंक दिया गया था। मैनूराम के स्वजन सुबह तलाश में निकले तो जंगल में उनका शव मिला। बताया गया था कि कि शव के पास मिले पर्चे में भाजपा नेता राजू टांडिया का नाम लिखा था, उन्हें जनता से माफी मांगने को कहा गया था।