Move to Jagran APP

Hathras Case News: हाथरस पीड़िता की 'भाभी' का सामने आया भीम आर्मी कनेक्‍शन, फेसबुक पर किए भड़काऊ पोस्‍ट

हाथरस कांड में पीडि़त परिवार के घर दो दिन रहने वाली जबलपुर की डॉ. राजकुमारी बंसल का भीम आर्मी से जुड़ाव सामने आया है। ग्वालियर भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने स्वीकारा कि डॉ. बंसल संगठन से जुड़ी हुई हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 12 Oct 2020 07:58 PM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 07:34 AM (IST)
Hathras Case News: हाथरस पीड़िता की 'भाभी' का सामने आया भीम आर्मी कनेक्‍शन, फेसबुक पर किए भड़काऊ पोस्‍ट
हाथरस पीड़िता की भाभी बनी डॉ. राजकुमारी बंसल।

ग्वालियर/जबलपुर, राज्‍य ब्‍यूरो।  हाथरस कांड में पीड़ित परिवार के घर दो दिन रहने वाली जबलपुर की डॉ. राजकुमारी बंसल का भीम आर्मी से जुड़ाव सामने आया है। ग्वालियर भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने स्वीकारा कि डॉ. बंसल संगठन से जुड़ी हुई हैं। उनके फेसबुक पोस्ट पर भड़काऊ संदेशों से यह जाहिर है कि वे इस विचारधारा की समर्थक हैं।

loksabha election banner

तीन अक्टूबर को डाले गए एक पोस्ट में तो उन्होंने यहां तक लिखा है कि अफसोस है कि हाथरस की बेटी हिंदू है, दफनाया गया होता तो पोस्टमार्टम हो पाता। यह पोस्ट तीन अक्टूबर का है। हाथरस कांड से विवादों में आने के बाद इनका पोस्ट भी चर्चा में आ गया है। सबकी नजर है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर डॉ. बंसल से लगातार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन वह फोन और मैसेज का कोई जवाब नहीं दे रही हैं। डॉ. बंसल मूलत: ग्वालियर के जगजीवन नगर की रहने वाली हैं। जनवरी 2020 में आखिरी बार वह ग्वालियर आई थीं। 

डॉक्टर के फेसबुक अकाउंट से

- 3 अक्टूबर शाम 6.29 बजे डॉ. राजकुमारी बंसल ने अपने फेसबुक अकाउंट से एक और पोस्ट किया है, जिसमें न्यूज चैनल की ब्रेकिंग न्यूज में यूपी के मुख्यमंत्री का बयान दिख रहा है, जिसमें वह कह रहे हैं कि ठाकुरों का खून गर्म है, ठाकुरों से गलतियां हो जाती हैं। इस पर डॉ. राजकुमारी बंसल ने लिखा-- 'जाति का अहंकार अपनी जाति में ही सीमित रखो, वरना तुम्हारे गर्म खून पर हमारा सदियों का खौलता खून भारी पड़ जाएगा..।' जबकि पड़ताल के बाद पाया गया था कि उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वह बयान फर्जी था। 

-9 अक्टूबर रात 9.40 बजे एक पोस्ट बसपा संस्थापक कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि पर की है। जिसमें कहा है कि 'आत्मनिर्भर बनिए आपकी आने वाली पीढ़ियां गुलामी की कगार पर आ चुकी हैं। अपने जिंदा होने का सबूत दीजिए। निकलो बाहर मकानों से, जंग लड़ो बेईमानों से।' 

ग्वालियर भीम आर्मी के पदाधिकारी ने कहा- सदस्य नहीं, पर संगठन से जुड़ी हैं 

ग्‍वालियर के भीम आर्मी के जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष आजाद प्रीतम सिंह ने कहा कि डॉ. राजकुमारी बंसल भीम आर्मी का सीधा कोई ताल्लुक नहीं है, लेकिन वे हमसे जुड़ी हुई हैं। हमारी बहन हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से परिचित हूं। यदि प्रशासन या पुलिस कोई कार्रवाई करता हैं तो हम उनके साथ खड़े होंगे। 

 इसे भी पढ़ें: Hathras Case News: हाथरस जाने का संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रही हैं डॉ. बंसल, अलग-अलग बयानों से गुत्थी उलझी

डिंडौरी में उपस्थिति दर्ज करवाने के बाद ड्यूटी से गायब रही डॉ. राजकुमारी

जबलपुर। मेडिकल प्रशासन से विधिवत अनुमति लिए बगैर जबलपुर से हाथरस जाने वालीं डॉ. राजकुमारी बंसल के खिलाफ मध्य प्रदेश के डिंडौरी में भी कार्रवाई हो चुकी है। डॉ. राजकुमारी 2013 में डिंडौरी जिला अस्पताल में बतौर चिकित्सा पदाधिकारी पदस्थ हुई थीं। वहां वह छह सितंबर 2013 से ही वे बिना किसी सूचना और अनुमति के ड्यूटी से गायब रहीं।

विभाग द्वारा कई बार पत्राचार के बावजूद जवाब नहीं देने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी। हालांकि वर्ष 2014 में डॉ. राजकुमारी ने त्यागपत्र दे दिया था। डॉ. राजकुमारी ने जिला अस्पताल, जबलपुर में भी करीब चार माह सेवाएं दी थीं। उसके बाद फोरेंसिक मेडिसिन में स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए उन्होंने मेडिकल कॉलेज, इंदौर में दाखिला ले लिया था।

फिर एक निजी महाविद्यालय में नौकरी की और उसके बाद मेडिकल कॉलेज, जबलपुर के फार्मोकोलॉजी विभाग में डेमॉन्स्ट्रेटर पद पर सेवाएं शुरू कीं। यहां भी बगैर बताए हाथरस चली गई। हालांकि मेडिकल डीन डॉ. प्रदीप कसार का कहना है कि इससे पहले उनके खिलाफ ऐसी शिकायत सामने नहीं आई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.