Happy Birthday Amrish Puri: डोंग कभी रौंग नहीं होता और मोगैंबो खुश हुआ, जानें और भी दमदार डायलॉग्स
अमरीश पुरी एक भारी भरकम छवि जब कभी पर्दे पर विलेन बनकर आते थे तो दर्शकों के दिलों की धड़कनें ठहर जाती थीं।
नई दिल्ली, चावली कोमल/ शुभम कुमारी। अमरीश पुरी जब कभी पर्दे पर विलेन बनकर आते थे तो दर्शकों के दिलों की धड़कनें ठहर जाती थीं। उनकी बुलंद आवाज, आंखों से झलकती नफरत और उनकी दमदार अदाकारी के आगे बड़े-बड़े सुपरस्टार भी फीके पड़ जाते थे।
अमरीश पुरी अपने दमदार अदाकारी से किरदार में इस तरह घुल जाते कि कई बार वह फिल्म के हीरो पर भी भारी पड़ते दिखते थे। दर्शकों को अमरीश पुरी का निगेटिव किरदार भी बहुत भाता था। मिस्टर इंडिया, शहंशाह, करण-अर्जुन, कोयला, दिलजले, विश्वात्मा, राम-लखन, तहलका, गदर, नायक, दामिनी जैसी फिल्मों में वह निगेटिव किरदार में थे, लेकिन इन फिल्मों को सुपरहिट बनाने में अमरीश पुरी का बड़ा योगदान रहा। अमरीश पुरी के दमदार किरदार के बिना इन फिल्मों की कल्पना भी बेमानी लगती है।
ऐसा भी नहीं है कि अमरीश पुरी ने सिर्फ नेगेटिव किरदार ही किए हैं। उन्होंने बहुत सी फिल्मों में कैरेक्टर आर्टिस्ट के तौर पर भी काम किया है और उन फिल्मों में भी उनका दमदार अभिनय देखते ही बनता है। घातक में उनके किरदार को कौन भूल सकता है। दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, ताल, चाची 420 और गर्व फिल्म में भी उन्होंने दमदार भूमिका निभायी।
अमरीश पुरी को आज हम इसलिए याद कर रहे हैं, क्योंकि 22 जून को उनका जन्मदिन है। अमरीश पुरी के जन्मदिन उनके कुछ चुनिंदा डायलॉग्स के साथ एक बार फिर फिल्मी पर्दे के मोगैंबो को याद करते हैं, तभी तो वो जहां भी होंगे कहेंगे- मोगैंबो खुश हुआ...
1. मोगैंबो खुश हुआ
फिल्म मिस्टर इंडिया में अमरीश पुरी ने मोगैंबो का किरदार निभाया था। इस किरदार में उन्होंने जान डाल दी थी। फिल्म को रिलीज हुए 30 साल हो गए हैं, लेकिन ये डायलॉग आज भी लोगों के जुबान से उतरा नहीं है। इस डायलॉग ने अमरीश को फिल्म इंडस्ट्री में सबसे बड़े खलनायक के रूप में पहचान दिलाई।
2. जा सिमरन जा, जी ले अपनी जिंदगी
फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ को बॉलीवुड की सबसे आइकॉनिक फिल्मों में रखा जाता है। ये डायलॉग अब आम जिंदगी में बहुत लोग बोलते हैं।
3. पैसों के मामले में मैं पैदाइशी कमीना हूं, दोस्ती और दुश्मनी का क्या, अपनों का खून भी पानी की तरह बहा देता हूं
सलमान खान और शाहरुख खान की सुपरहिट फिल्म करण-अर्जुन का ये डायलॉग काफी हिट हुआ था। इस फिल्म में अमरीश पुरी ने ठाकुर दुर्जन सिंह का किरदार निभाया था।
4. आओ कभी हवेली पर
‘नगीना’ फिल्म में जब लम्बे बालों के साथ काले कपड़े पहने अमरीश ने ये डायलॉग बोले, तो दर्शकों को समझ आ गया कि कुछ बुरा होने वाला है। इस डायलॉग को आज भी लोग मजाकिया तौर पर खूब इस्तेमाल करते हैं।
5. जिंदगी में भी वीसीआर की तरह रिवाइंड बटन होता तो, कितना अच्छा होता
फिल्म 'नायक द रियल हीरो' में अमरीश पुरी ने एक भ्रष्ट राजनेता बलराज चौहान का किरदार निभाया था। फिल्म में उनका डायलॉग जिंदगी में भी वीसीआर की तरह रिवाइंड बटन होता तो, कितना अच्छा होता काफी हिट हुआ था।
6. इतने टुकड़े करूंगा कि तू पहचान नहीं सकेगा
सुपरहिट फिल्म 'गदर- एक प्रेम कथा' में सनी देओल के खिलाफ दीवार की तरह खड़े रहे अमरीश पुरी ने इस किरदार में जान डाल दी थी। अशरफ अली के किरदार में उनकी आंखों से नफरत के शोले बरसते नजर आए।
7. जवानी में अक्सर ब्रेक फ़ेल हो जाया करते हैं !
'फूल और कांटें' फिल्म में अमरीश पुरी का ये डायलॉग अपने-आप में बहुत कुछ कहता है।
8. जब भी मैं किसी गोरी हसीना को देखता हूं, मेरे दिल में सैकड़ों काले कुत्ते दौड़ने लगते हैं
फिल्म ‘शहंशाह’ में अमिताभ बच्चन के बहुत सारे डायलॉग मशहुर हुए, लेकिन अमरीश पुरी का ये डायलॉग दर्शकों के ज़ुबान पर चढ़ गया था।
9. अजगर किसे कब और कहां निगल जाता है ये तो मरने वाले को भी पता नही चलता
फिल्म 'विश्वात्मा' में अमरीश पुरी ने अजगर जोर्राट का जो किरदार निभाया था उसे शायद ही उनका कोई फैन भुला पाए। कीनिया में अपना साम्राज्य चलाने वाले अजगर को पकड़ने के लिए जब सनी देओल और उनके साथी जाते हैं तो पीछे-पीछे दिव्या भारती भी पहुंच जाती हैं और तब अजगर जोर्राट की महफिल में वो गाना आता है जो आज भी पार्टियों की शान है- 'सात समुंदर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गई...'
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