Madhya Pradesh Hanytrap Case: फरार जीतू सोनी के अखबार की इमारत भी गिराई गई
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनी ट्रैप में वांछित जीतू सोनी के अखबार की इमारत को भी जिला प्रशासन ने बुधवार को ढहा दिया।
इंदौर, जेएनएन। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनी ट्रैप से जुड़े मामले के 55 से ज्यादा केसों में वांछित जीतू सोनी के इंदौर से प्रकाशित होने वाले 'संझा लोकस्वामी' अखबार की इमारत को भी जिला प्रशासन ने बुधवार को ढहा दिया। यह जानकारी हमारे सहयोगी अखबार नई दुनिया ने दी। इससे पहले जीतू का आलीशान बंगला, उसकी चर्चित 'माय होम होटल' समेत कुछ अन्य होटलों को भी ढहाया जा चुका है।
इंदौर के प्रेस कॉम्प्लेक्स में था अखबार का दफ्तर
बुधवार को ढहाई गई 'संझा लोकस्वामी' की इमारत व दफ्तर इंदौर के प्रेस कॉम्प्लेक्स में स्थित थी। इस दो मंजिला इमारत को जिला, पुलिस और नगर निगम प्रशासन की टीम ने जेसीबी व पोकलेन मशीनों व बड़ी संख्या में मजदूर लगाकर गिरा दिया।
30 हजार वर्गफीट जमीन मुक्त
इस कार्रवाई से जो जमीन अवैध कब्जे से मुक्त कराई गई है, वह दो प्लॉटों में बंटी है। उसका क्षेत्रफल करीब 30 हजार वर्गफीट बताया गया है। इसकी कीमत करोड़ों में है। 23 और 24 प्रेस कॉम्प्लेक्स नंबर के इन प्लॉटों में से 23 नंबर पर करीब दो हजार वर्गफीट और 24 नंबर प्लॉट पर 22 हजार वर्गफीट आकार का भवन बनाया गया था। अवैध निर्माण हटाने के लिए नगर निगम और आइडीए ने सात दिन पहले नोटिस दिए थे। जवाब नहीं आने पर कार्रवाई की गई। सुबह सात बजे से चार पोकलेन मशीनों और एक बुलडोजर से तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू की गई।
इंदौर की जिप्सी और मुंबई की बोलेरो जब्त
इमारत परिसर में एक जिप्सी और बोलेरो खड़ी थी। दोनों गाडि़यों पर पुलिस ने छह दिसंबर को जब्ती की पर्ची चस्पा कर दी थी। बुधवार को कार्रवाई के दौरान दोनों गाडि़यों को क्रेन की मदद से थाने भेजा गया। कुछ अधिकारियों ने बताया कि जिप्सी में जीतू सोनी के बाउंसर घूमते थे।
जीतू के कैबिन से निकली हजारों सीडी व हार्ड डिस्क नष्ट
'संझा लोकस्वामी' की इमारत के पिछले हिस्से में बने टीवी स्टूडियो और जीतू सोनी के केबिन में पुलिस को कैमरे के अलावा हजारों सीडी, पुरानी कैसेट और हार्ड डिस्क आदि मिलीं। अधिकारियों ने इन्हें ताबड़तोड़ नष्ट करवा दिया। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी सादी वर्दी में खड़े थे।
ढाई लाख का कैमरा भी नष्ट
सूत्रों ने बताया कि चार से पांच हजार सीडी-कैसेट आदि नष्ट किए गए। स्टूडियो के जिस कैमरे को तोड़ा गया, उसकी कीमत दो-ढाई लाख रुपये आंकी गई है। सीडी-कैसेट नष्ट करके मजदूरों से उसे फिंकवाया गया और उस पर पोकलेन मशीन चढ़ाकर उसे चकनाचूर किया गया। जब अधिकारियों ने तसल्ली से देख लिया कि सारी वस्तुएं पूरी तरह नष्ट हो गई हैं, तब दूसरे काम शुरू किए गए।