साइबर एजेंसी ने किया हैकिंग वायरस 'ब्लैडाबिंडी' से आगाह
देश की प्रमुख साइबर सिक्युरिटी एजेंसी ने इंटरनेट यूजर्स को ब्लैडाबिंडी नाम के वायरस से सावधान रहने को कहा है। यह मालवेयर या वायरस यूजर्स की निजी व संवेदनशील जानकारियों को चुरा सकता है। कंप्यूटर एमरजेंसी रिस्पांस टीम-इंडिया [सीईआरटी-इन] ने कहा, यह वायरस माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर हमला कर सकता है। पेन ड
नई दिल्ली। देश की प्रमुख साइबर सिक्युरिटी एजेंसी ने इंटरनेट यूजर्स को ब्लैडाबिंडी नाम के वायरस से सावधान रहने को कहा है। यह मालवेयर या वायरस यूजर्स की निजी व संवेदनशील जानकारियों को चुरा सकता है।
कंप्यूटर एमरजेंसी रिस्पांस टीम-इंडिया [सीईआरटी-इन] ने कहा, यह वायरस माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर हमला कर सकता है। पेन ड्राइव व डाटा कार्ड के जरिए एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम में जा सकता है। मालवेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो कंप्यूटर के लिए खतरनाक साबित होता है। इस सॉफ्टवेयर को हैकर्स कंप्यूटर से पर्सनल डाटा चोरी करने के लिए डिजाइन किया जाता है।
हैकिंग, फिशिंग से लड़ने और भारतीय इंटरनेट डोमेन की सुरक्षा बढ़ाने वाली प्रमुख राष्ट्रीय एजेंसी सीईआरटी-एन ने कहा है कि ब्लैडाबिंडी के कई तरह के मालवेयर तेजी से फैल रहे हैं। इंटरनेट यूजर्स के लिए जारी किए गए दिशा निर्देशों के मुताबिक, कुछ ब्लैडाबिंडी यूजर्स के की-बोर्ड और कैमरे को गिरफ्त में ले सकते हैं। इसके बाद यह महत्वपूर्ण व निजी संवेदनशील जानकारियों को हमलावर के पास भेज सकते हैं।
मालवेयर या वायरस के हमले की गंभीरता को इस बात से समझा जा सकता है कि यह अपनी असली पहचान को छिपाने के लिए 12 अलग-अलग रूप या नाम रख सकता है। इसके बाद यह यूजर के कंप्यूटर सिस्टम और संवेदनशील जानकारी को प्रभावित करता है। साइबर हमलावर यूजर्स की जानकारियां एकत्र करने के लिए किसी भी तरह की पहचान [आइकन] बना सकता है।