दो हजार करोड़ रुपये के सर्राफा तस्करी रैकेट का मास्टरमाइंड गिरफ्तार
खुफिया विभाग के अनुसार, म्यांमार से भारी मात्रा में सोने की तस्करी की जाती है। भारत-म्यांमार सीमा से सटे मणिपुर के मोरेह और मिजोरम के जोखवथार क्षेत्र के जरिए होता रहा है।
नई दिल्ली। भारत-म्यांमार सीमा के जरिए 7,000 किग्रा सोने की तस्करी कर दिल्ली ला रहे गुवाहाटी के सर्राफा व्यापारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच कर रहे रेवेन्यू खुफिया अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले इस व्यापारी ने इस तरह के तस्करी वाले सैंकड़ो ट्रिप किए हैं। साथ ही इस सर्राफा व्यापारी को 2,000 करोड़ के स्मगलिंग रैकेट का मास्टरमाइंड करार दिया है।
पिछले ढ़ाई साल में 617 गुवाहाटी ट्रिप
इस माह के शुरुआत में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 10 किग्रा सोना जब्त किए जाने के बाद नरेंद्र कुमार जैन संदेह के घेरे में था। कुमार व उसके दिल्ली के सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया और प्राइवेट एयरलाइन के स्टाफ से भी इस मामले में पूछताछ की गई। जांच से यह खुलासा हुआ कि इस काम के लिए जैन ने पिछले ढाई साल में 617 बार गुवाहाटी गया।
डोमेस्टिक उड़ान के जरिए स्मगलिंग
अब तक स्मगलिंग के लिए ट्रेन व बस रूट के उपयोग की बात जानते हैं लेकिन जैन ने नया तरीका अपनाया। इसके लिए वह प्राइवेट एयरलाइन का उपयोग करता था। गुवाहाटी में सोना पहुंच जाने के बाद वह दिल्ली और गुवाहाटी के बीच डोमेस्टिक विमान बुक करता था और कीमती कार्गो के तौर पर सोना ले जाता था। जांच से यह खुलासा हुआ कि एयरलाइंस के स्टाफ इस बात से अवगत थे कि कार्गो के जरिए सोना ले जाया जाता था।
पहले भी हुआ है गिरफ्तार
जैन को पहले भी सोने की तस्करी मामले में गिरफ्तार किया गया है। गुवाहाटी में 2015 फरवरी में उसे 12 किग्रा सोने की तस्करी मामले में इनफोर्समेंट एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था और बाद में वह जमानत पर रिहा हुआ था। एनसीआर में तस्करी के सोने को खरीदने वाले की खोज में अधिकारी जुटे हैं।