गुटखा-सिगरेट तस्करी में एक हजार करोड़ रुपये के पार पहुंचेगा टैक्स चोरी का आंकड़ा
इंदौर में गुटखा सिगरेट तस्करी में टैक्स चोरी का आंकड़ा भी एक हजार करोड़ के पार पहुंचने के आसार हैं।
इंदौर, राज्य ब्यूरो। गुटखा तस्करी को बेनकाब करने के लिए चलाए गए 'ऑपरेशन कर्क' में डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआइ) और डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआइ) की कार्रवाई रविवार को भी जारी रही। दोनों केंद्रीय एजेंसियों की जांच टीमें इंदौर में चार अलग-अलग ठिकानों पर छापा मारने पहुंचीं। इधर, जांच अधिकारियों के सामने रिमांड के दौरान तस्करी गिरोह के मोहरे विजय नायर ने कई अहम राज उगले हैं। इस मामले में जल्द ही बड़ी जानकारी सामने आने की संभावना है। टैक्स चोरी का आंकड़ा भी एक हजार करोड़ के पार पहुंचने के आसार हैं।
गुटखा फैक्ट्री सहित तीनों आरोपितों के घर पर दबिश
रविवार को जांच टीमों ने सांवेर रोड की एक गुटखा फैक्ट्री सहित तीनों आरोपितों के घर दबिश दी। केंद्रीय जांच एजेंसियों की गिरफ्त में आए तीनों आरोपितों से हुई पूछताछ के आधार पर यह कार्रवाई हुई। विभागीय सूत्रों के मुताबिक तीनों आरोपितों ने कबूल कर लिया है कि वे सिर्फ कागजों पर ही फैक्ट्री संचालक हैं। असल मालिक और गुटखा तस्करी का मास्टरमाइंड दूसरा व्यक्ति है। अलग-अलग गुटखा-सिगरेट फैक्टि्रयों को पर्दे के पीछे से अंजाम दिया जा रहा है। केस में अब टैक्स चोरी का आंकड़ा एक हजार करोड़ के पार पहुंचने के आसार हैं।
डीजीजीआइ के हाथ तस्करी नेटवर्क से जुड़े अहम सुराग लगे हैं। नायर ने छिपाए गए रिकॉर्ड के साथ कागज से दूर रहकर गुटखा फैक्टि्रयों का संचालन करने वालों के बारे में कई अहम जानकारी भी अधिकारियों को दी है। नायर के विजय नगर क्षेत्र में स्थित घर से कई अहम दस्तावेज व इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड भी जांच टीमों ने जब्त किए हैं। हालांकि जांच एजेंसियां अभी इस बात की पुष्टि नहीं कर रही हैं।
हमले की कोशिश का वीडियो वायरल
गुटखा तस्करी मामले में 11 जून को प्रेमनगर में कार्रवाई करने गई टीम पर हमले की कोशिश करने की घटना का वीडियो भी वायरल हो गया। वीडियो में डीजीजीआइ और डीआरआइ की टीम को कार्रवाई से रोकने की कोशिश करते कई लोग नजर आ रहे हैं। पुलिस और सुरक्षा जवानों से की जा रही हुज्जत और धमकी भी इसमें रिकॉर्ड हो गई है। इस मामले में डीजीजीआइ की शिकायत पर जूनी इंदौर थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। वीडियो में नजर आ रहे लोगों की पहचान कर आरोपितों के नाम बढ़ाए जाएंगे।