इबोला से जूझते गिनी ने बंद कीं सिएरा और लाइबेरिया से लगी सीमाएं
तेजी से फैल रही खतरनाक बीमारी इबोला के प्रसार को रोकने की कवायद में गिनी ने सिएरा लियोन और लाइबेरिया से लगी सीमाओं को बंद करने की घोषणा की है। इबोला ने इन तीनों देशों में हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। गिनी में मार्च से अब तक इबोला से कम से कम 367 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारिया
कोनाक्री। तेजी से फैल रही खतरनाक बीमारी इबोला के प्रसार को रोकने की कवायद में गिनी ने सिएरा लियोन और लाइबेरिया से लगी सीमाओं को बंद करने की घोषणा की है। इबोला ने इन तीनों देशों में हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। गिनी में मार्च से अब तक इबोला से कम से कम 367 लोगों की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों ने कहा कि सीमाओं को बंद करने का फैसला मुख्यत: वायरस के प्रसार को रोकना है। गिनी के स्वास्थ्य मंत्री राओमी लामा ने कहा, 'हमने लगातार आ रही खबरों को ध्यान में रखते हुए अस्थायी तौर पर सिएरा लियोन से लगी सीमा को बंद कर दिया है।' उन्होंने लाइबेरिया से लगी सीमा को बंद करने की बात भी कही। अंतरराष्ट्रीय मामलों के मंत्री मुस्तफा कुतोब सानो ने कहा कि यह फैसला दोनों पड़ोसी देशों से विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इबोला अंतरराष्ट्रीय आपातकाल की संज्ञा दी थी।
इबोला वैक्सीन का परीक्षण अगले माह
इबोला वायरस को रोकने के लिए वैक्सीन का क्लीनिकल परीक्षण अगले माह किया जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को बताया कि ब्रिटेन की दवा निर्माता कंपनी ग्लैक्सो स्मिथ लाइन द्वारा निर्मित वैक्सीन का परीक्षण सितंबर में शुरू कर दिया जाएगा और अगले साल तक यह बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। डब्ल्यूएचओ के टीकाकरण और प्रतिरक्षण विभाग के प्रमुख जीन मैरी ओको बेले ने फ्रेंच रेडियो को बताया कि सबसे पहले अमेरिका और फिर अफ्रीकी देशों में इस टीके का परीक्षण किया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह टीका आर्थिक दृष्टि से भी लोगों के लिए सुलभ होगा।