बंगाल विधानसभा में जीएसटी बिल पेश
तृणमूल कांग्रेस विधायक तापस राय ने कहा कि मिठाई पर भी जीएसटी लागू कर दिया गया है। बंगालियों के लिए मिठाई बहुत प्रिय है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने सोमवार को विधानसभा में दि वेस्ट बंगाल गुड्स एंड सर्विस टैक्स बिल, 2017 पेश किया। बिल पर प्रथम दिन करीब दो घंटे तक चली बहस में पक्ष व विपक्ष के 10 सदस्यों ने भाग लिया। बहस के दौरान तृणमूल के कुछ विधायकों ने पक्ष में मत रखा था तो कुछ ने आलोचना भी की।
तृणमूल कांग्रेस विधायक महुआ मैत्र ने बहस में भाग लेते हुए कहा कि अब जीएसटी के समर्थन और विरोध करने का मुद्दा नहीं है। इसे समझने और आम लोगों को समझाने की जरूरत है। पहले प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष समेत कई तरह के कर लगते थे। लेकिन जीएसटी लागू होने से विभिन्न तरह के करों का लोप हो गया। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष समेत 12 करों को जीएसटी में समाहित कर दिया गया। इसमें केंद्र और राज्यों का कर संयुक्त कर दिया गया है। इस तरह कर प्रणाली का सरलीकरण हो गया है। किसी एक चीज की कीमत अलग-अलग राज्यों में अलग नहीं होकर अब एक समान होगी।
वहीं स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि जीएसटी को भारी मन से समर्थन करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने छोटे व्यवसायियों का हित प्रभावित नहीं होने देने की बात कही थी। ममता और मित्रा के आवाज उठाने पर टेक्सटाइल समेत कुछ चीजों पर कर की दरें घटाई गईं। उधर तृणमूल कांग्रेस विधायक तापस राय ने कहा कि मिठाई पर भी जीएसटी लागू कर दिया गया है। बंगालियों के लिए मिठाई बहुत प्रिय है। राज्य का हित जहां प्रभावित होगा वहां विरोध किया जाएगा। ममता सरकार ने विधानसभा में जीएसटी बिल पास न कर पहले अध्यादेश लाया था। अब उसे कानूनी जामा पहनाने के लिए बिल विधानसभा में पेश किया गया है।
यह भी पढ़ें : रक्षाबंधन को बेस्ट बसों हड़ताल पर मुंबई वालों की मुश्किलें बढ़ी