सुरक्षा एजेंसियों को मिली बड़ी कामयाबी, दिल्ली में आतंकी हमले की साजिश नाकाम
एजेंसियों को ये कामयाबी आईएसआईएस के आत्मघाती हमलावरों के नेटवर्क में घुसपैठ से मिली है। गिरफ्तार आतंकी दिल्ली में इंजीनियरिंग छात्र बन रह रहा था।
नई दिल्ली (जेएनएन)। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने आतंकी संगठन आईएसआईएस द्वारा राजधानी दिल्ली को दहलाने की साजिश को नाकाम करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। आईएसआईएस ने दिल्ली में आत्मघाती हमले की साजिश रची थी। खास बात ये है कि सुरक्षा एजेंसियों को ये कामयाबी काउंटर इंटेलिजेंस ऑपरेशन के तहत आईएसआईएस के अफगान आत्मघाती हमलावरों के नेटवर्क में घुसपैठ के जरिए मिली है। मामले में खुफिया एजेंसियों ने आईएसआईएस के एक आत्मघाती हमलावर को गिरफ्तार किया है। सुरक्षा एजेंसियां इस हमलवार पर वर्ष 2017 के अंत से नजर रख रहीं थीं।
दिल्ली में इंजीनियरिंग का छात्र बनकर रह रहा था
सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किया गया आईएसआईएस आतंकी दिल्ली में इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र बनकर लाजपत नगर इलाके में रह रहा था। उसकी उम्र लगभग 20 वर्ष है और वह एक बड़े कारोबारी का बेटा है। उसे गिरफ्तार कर अफगानिस्तान वापस भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि वह इस वक्त अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य बेस में कैद है। आईएस का यह आतंकी इतना प्रभावशाली था कि पूछताछ के दौरान इससे मिली जानकारी के आधार पर अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ कई बड़ी कामयाबी हासिल की है। खुफिया एजेंसियों को अफगानिस्तान, दुबई और दिल्ली में लगातार 18 महीने तक चले निगरानी ऑपरेशन में ये कामयाबी मिली है। इस दौरान पता चला था कि 12 आईएसआईएस आतंकियों का एक गुट पाकिस्तान में ट्रेनिंग लेने के बाद कई जगहों पर बम धमाके करने वाला था।
दिल्ली में कई जगहों पर थी आत्मघाती हमले की योजना
इस आतंकी ने दिल्ली के महत्वपूर्ण स्थलों-दिल्ली एयरपोर्ट, अंसल प्लाजा मॉल, वसंत कुंज मॉल की रेकी करके अपने हमले के लिए चुना था। साथ ये लगातार अफगानिस्तान में अपने हैंडलर्स से निर्देश प्राप्त कर रहा था। इसकी गिरफ्तारी तब हुई जब भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के एक घुसपैठिए ने इसे बिना ट्रिगर के विस्फोटक उपलब्ध कराकर इसका विश्वास हासिल कर लिया। उसी ने गिरफ्तार आतंकी को दिल्ली के लाजपत नगर में ठहरने के लिए ठिकाने का बंदोबश्त किया था।
अमेरीकी सेना ने पूछताछ के बाद अफगानिस्तान और पाकिस्तान में कई ठिकाने किए तबाह
सूत्रों के मुताबिक भारतीय काउंटर इंटेलिजेंस के विशेषज्ञों के साथ-साथ अमेरिकी एजेंसियों नें भी गिरफ्तार आतंकी से पूछताछ की है। इससे मिली जानकारी पर अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के कई तालिबानी ठिकानों को तबाह किया है। बताया जाता है कि जिस तरह के विस्फोटकों का इस्तेमाल मैनचेस्टर में किया गया था, कुछ वैसे ही विस्फोटकों के जरिए दिल्ली को दहलाने की साजिश रची गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक ऐसी भी जानकारी है कि दुबई से अफगानिस्तान में इन आतंकियों द्वारा 50 हजार डॉलर की संदिग्ध लेनदेन हुई थी।