कई मंत्रालयों के सचिवों ने दिखाई ट्राई चेयरमैन बनने की इच्छा
नेट न्यूट्रालिटी पर उपजे विवाद के बीच ट्राई चेयरमैन के पद को लेकर सरकार की वरिष्ठ नौकरशाही में दिलचस्पी बढ़ गई है। मई के मध्य में खाली हो रहे इस पद के लिए सरकार को भारी संख्या में मिले आवेदनों में बड़ी संख्या केंद्र में अहम मंत्रालयों की बागडोर संभाल
नई दिल्ली (नितिन प्रधान)। नेट न्यूट्रालिटी पर उपजे विवाद के बीच ट्राई चेयरमैन के पद को लेकर सरकार की वरिष्ठ नौकरशाही में दिलचस्पी बढ़ गई है। मई के मध्य में खाली हो रहे इस पद के लिए सरकार को भारी संख्या में मिले आवेदनों में बड़ी संख्या केंद्र में अहम मंत्रालयों की बागडोर संभाल रहे सचिवों की भी है।
ट्राइ के मौजूदा चेयरमैन राहुल खुल्लर का कार्यकाल 14 मई को समाप्त हो रहा है। सरकार ने इस पद को भरने के लिए बीते महीने प्रक्रिया शुरू की थी ताकि समय रहते उचित उम्मीदवार का चयन किया जा सके। इसके लिए सरकार ने आवेदन मांगे थे। सरकार को इसके लिए करीब अस्सी आवेदन मिले हैं। सूत्र बताते हैं कि इन आवेदनों में कम से कम दस आवेदन केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के सचिवों के हैं। इनमें इलेक्ट्रानिक व सूचना प्रौद्योगिकी सचिव रामसेवक शर्मा से लेकर वाणिज्य सचिव राजीव खेर तक शामिल हैं। बताया जाता है कि रक्षा सचिव और कपड़ा सचिव भी ट्राई चेयरमैन पद की दौड़ में हैं।
सूत्र बताते हैं कि सरकार राहुल खुल्लर के उत्तराधिकारी का चयन इस महीने के अंत तक कर लेगी। चूंकि आवेदन करने वालों में कई पूर्व सचिव और कुछ राज्यों के मुख्य सचिव भी शामिल हैं, इसलिए सरकार के लिए नए ट्राई चेयरमैन का चुनाव बहुत आसान नहीं होगा। सूत्र बताते हैं कि इस पद के लिए सक्षम कई सचिवों के चुनाव में उनका मौजूदा कार्यभार भी आड़े आने की आशंका है। सूत्रों के मुताबिक सरकार की पहली प्राथमिकता उसके मौजूदा कार्यक्रम हैं जिन्हें लेकर प्रधानमंत्री मोदी की विकास की अवधारणा टिकी है। मसलन डिजिटल इंडिया अभियान की सफलता की जिम्मेदारी इलेक्ट्रानिक व सूचना प्रौद्योगिकी सचिव रामसेवक शर्मा के कंधों पर है। ऐसे में सरकार के लिए उन्हें वहां से हिलाना मुश्किल होगा। इसी तरह वाणिज्य सचिव राजीव खेर भी उद्योग सचिव के साथ मेक इन इंडिया अभियान से काफी नजदीक से जुड़े हुए हैं। सरकार के लिए उन्हें भी अपने मौजूदा पद से हटाना मुश्किल हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर और अर्थशास्त्री सुबीर गोकर्ण, उत्तराखंड के मुख्य सचिव रवि शंकर और बीएसएनएल के पूर्व सीएमडी आरके उपाध्याय ने भी ट्राई चेयरमैन पद के लिए आवेदन किया है। ट्राई चेयरमैन का पद का कार्यकाल तीन साल अथवा 65 वर्ष की आयु तक होता है। यदि सरकार किसी मौजूदा सचिव का चयन इस पद के लिए करती है तो उसे समयपूर्व सेवानिवृत्ति लेनी पड़ती है।
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