बाल फिल्मों को बढ़ावा देगी सरकार: जावड़ेकर
सरकार बाल फिल्मों की दर्शकों तक पहुंच आसान बनाकर उन्हें बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यही नहीं मोदी सरकार फिल्म निर्माण के लिए एकल खिड़की समाधान प्रणाली लागू करने पर भी काम कर रही है। सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बच्चों के लिए अच्छी फिल्मों की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि ये उनके चहुंमुखी विकास में मददगार साबित होंगी।
मुंबई। सरकार बाल फिल्मों की दर्शकों तक पहुंच आसान बनाकर उन्हें बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यही नहीं मोदी सरकार फिल्म निर्माण के लिए एकल खिड़की समाधान प्रणाली लागू करने पर भी काम कर रही है। सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बच्चों के लिए अच्छी फिल्मों की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि ये उनके चहुंमुखी विकास में मददगार साबित होंगी।
जावड़ेकर अपने मंत्रालय की मुंबई स्थित राष्ट्रीय फिल्म विकास प्राधिकरण [एनएफडीसी], चिल्ड्रेंस फिल्म सोसाइटी ऑफ इंडिया [सीएफएसआइ], फिल्म्स डिवीजन ऑफ इंडिया और सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन [सीबीएफसी] जैसी इकाइयों की समीक्षा बैठक में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान फिल्म निर्माताओं और टेलीविजन उद्योग के प्रतिनिधियों ने फिल्म निर्माण में आने वाली प्रशासनिक दिक्कतों से उन्हें अवगत कराया।
जावड़ेकर ने सीएफएसआइ निर्मित फिल्मों के प्रोत्साहन और बिक्री पर जोर दिया। उन्होंने कहा, 'फिल्में बनती हैं पर दर्शकों तक नहीं पहुंच पाने से परिणाम शून्य रहेगा। सीएफएसआइ की फिल्मों के बजट में उनके प्रोत्साहन और बिक्री का हिस्सा होना चाहिए।' केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'यह सही है कि सीएफएसआइ की फिल्में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीतती हैं, लेकिन कमजोर वितरण के कारण अधिक दर्शकों तक नहीं पहुंच पातीं। हमें आउटसोर्सिग सहित वितरण के सभी विकल्प ढूंढ़ने की आवश्यकता है।'
वहीं एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने संप्रग सरकार के कार्यकाल में प्रेस की स्वतंत्रता में कटौती करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, पूर्ववर्ती सरकार आपातकाल वाली मानसिकता से काम कर रही थी।