चीन पर वायरस का हमला, सरकार ने यात्रा करने को लेकर जारी की एडवाइजरी
सरकार ने चीन की यात्रा को लेकर एडवाइजरी जारी की है। इसमें नागरिकों से कहा गया है कि चीन की यात्रा के दौरान कुछ निश्चित एहतियात्री उपायों का पालन करें।
नई दिल्ली/बीजिंग, एजेंसी। चीन में रहस्यमय कोरोनावायरस से दूसरी मौत हो गई। सांस संबंधी परेशानी का कारण बनने वाले इस वायरस से 41 लोग पीड़ित बताए जा रहे हैं। इसके संक्रमण के खतरे को देखते हुए भारत ने भी अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में चीन की यात्रा पर जाने वाले भारतीय नागरिकों को एहतियाती उपायों का पालन करने की सलाह दी गई है।
दो लोगों की हो चुकी है मौत
अधिकारियों ने बताया कि इसका असर दो अन्य एशियाई देशों में भी दिखाई दे रहा है। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि मध्य चीन के वुहान शहर में बुधवार को 69 वर्षीय व्यक्ति की मृत्यु हो गई। वुहान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि 12 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। पांच पीड़ितों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जिस व्यक्ति की मौत हुई है, वह 31 दिसंबर से बीमार था। वुहान के सीफूड मार्केट को इस वायरस का केंद्र माना जा रहा है। थाइलैंड और जापान में भी इसके दो मरीज सामने आए हैं। दोनों वुहान की यात्रा के बाद बीमार बताए जा रहे हैं।
बता दें कि चीनी शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने एक बीमारी के पीछे एक नए वायरस की पहचान की है, जिसने पूरे एशिया में दर्जनों लोगों को संक्रमित किया है। चीन और अन्य जगहों पर स्वास्थ्य अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इस नए वायरस का प्रकोप गंभीर न हो जाए। चीन ने इस रहस्यमयी वायरल न्यूमोनिया के लिए जांच की प्रक्रिया लांच की है।
वुहान शहर के दर्जनों लोग बीमार
चीन में शोधकर्ताओं ने एक नए वायरस कोरोनोवायरस के रूप में पहचाना है। यह वायरस सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (एसएआरएस) रोगाणु जितना ही घातक माना जा रहा है। इसके पीछे रहस्यमय न्यूमोनियलाइक बीमारी को चिन्हित किया गया है जिसने वुहान शहर में दर्जनों लोगों को बीमार किया है। रिपोर्ट में कहा गया कि नया कोरोनावायरस पिछले मानव कोरोनवीरस से अलग है।
कोरोनावीरस वायरस का एक बड़ा परिवार है जो जानवरों और लोगों को संक्रमित करता है। इस वायरस को गंभीर सांस की बीमारी के रूप में चिन्हित किया गया है। इससे वर्ष 2002-03 में चीन से शुरू हुए घातक फ्लू जैसे Sars वायरस के कारण दुनिया में 700 से अधिक लोग मारे गए। वर्ष 2002 और 2003 में एसएआरएस के प्रकोप से चीन में 349 और हांगकांग में 299 लोगों की मौत हुई थी।