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आरके सिंह के घर से हटाया सरकारी स्टाफ

गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले आरके सिंह के खिलाफ सरकार के तेवर तीखे होने लगे हैं। इस कड़ी में उनके घर पर लगे सरकारी स्टाफ को वापस बुला लिया गया है। गुरुवार को इन सभी कर्मचारियों को तत्काल अपने-अपने संगठन को रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया है। यही नहीं, सिंह को दी जा रही जे

By Edited By: Published: Thu, 16 Jan 2014 09:29 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2014 11:32 AM (IST)
आरके सिंह के घर से हटाया सरकारी स्टाफ

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले आरके सिंह के खिलाफ सरकार के तेवर तीखे होने लगे हैं। इस कड़ी में उनके घर पर लगे सरकारी स्टाफ को वापस बुला लिया गया है। गुरुवार को इन सभी कर्मचारियों को तत्काल अपने-अपने संगठन को रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया है। यही नहीं, सिंह को दी जा रही जेड श्रेणी की सुरक्षा की समीक्षा भी शुरू हो गई है। शिंदे ने आरके सिंह को अब राजनीतिक व्यक्ति बताते हुए उनके आरोपों का जवाब देने से इन्कार कर दिया है।

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पढ़ें: सुशील शिंदे और आरके सिंह की अदावत है पुरानी

आरके सिंह 30 जून को सेवानिवृत्त होने के बाद भी अपने निजी काम के लिए अ‌र्द्धसैनिक बलों के लगभग एक दर्जन कर्मचारियों को अपने घर पर लगाए हुए थे। नियम के मुताबिक गृह सचिव सेवानिवृत्ति के बाद भी छह महीने तक सरकारी कर्मचारियों को निजी स्टाफ के रूप में रख सकते हैं। सिंह की सेवानिवृत्ति के छह महीने 31 दिसंबर को पूरे हो चुके हैं। हालांकि, जब तक उन्होंने शिंदे के खिलाफ मोर्चा नहीं खोला था, तब तक स्टाफ को वापस बुलाने की ओर किसी का ध्यान नहीं गया। अजमल कसाब और अफजल गुरू की फांसी पर मुहर लगाने वाले आरके सिंह पर आतंकी खतरे को देखते हुए उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही थी। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि खुफिया विभाग ने आरके सिंह पर आतंकी हमले की आशंका का आकलन करने के बाद जेड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने की सिफारिश की थी, जिसे मंत्रालय ने स्वीकार कर लिया था। अब ताजा विवाद के बाद आइबी को सिंह के ऊपर खतरे का नए सिरे से आकलन करने को कहा गया है। खुद सुशील कुमार शिंदे ने आरके सिंह के आरोपों पर कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया। शिंदे के अनुसार, आरके सिंह भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इसीलिए वह उन्हें अब पूर्व गृह सचिव के रूप में नहीं, बल्कि राजनीतिक व्यक्ति के रूप में देखते हैं और राजनीतिक व्यक्ति के आरोपों का जवाब देना वह उचित नहीं समझते हैं।

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