Move to Jagran APP

Farm Law 2020 : किसानों को स्थानीय भाषाओं में कृषि कानूनों के फायदे बताएगी सरकार

Farm Law 2020 केंद्र सरकार (Central Government) का मानना है कि किसानों को यह जानकारी होनी चाहिए कि नए कानून उनके हित में हैं। वाम दलों एवं कांग्रेस (Congress) की ओर से कही जा रही बातें झूठ हैं।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sun, 20 Dec 2020 07:55 PM (IST)Updated: Sun, 20 Dec 2020 08:01 PM (IST)
Farm Law 2020 : किसानों को स्थानीय भाषाओं में कृषि कानूनों के फायदे बताएगी सरकार
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की फाइल फोटो

नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्र सरकार ने नए कृषि कानूनों के फायदे समझाने के लिए नई पहल की है। इसके तहत कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की ओर से किसानों के नाम लिखे आठ पन्ने के पत्र का विभिन्न स्थानीय भाषाओं में अनुवाद कर लोगों तक पहुंचाया जाएगा। इस पत्र में नए कृषि कानूनों की खूबियां विस्तार से बताई गई हैं।

loksabha election banner

कई स्थानीय भाषाओं में अनुवाद का आया अनुरोध

मुख्य रूप से हिंदी भाषी राज्यों के किसानों के लिए लिखे पत्र को अब देशभर में प्रसारित किया जाएगा। स्थानीय भाषाओं में खूबियां समझाकर सरकार इन कानूनों के लिए समर्थन हासिल करेगी। सूत्रों ने बताया कि बहुत से गैर हिंदी भाषी राज्यों की ओर से पहले इस पत्र के अंग्रेजी अनुवाद की मांग की गई थी। बाद में कई स्थानीय भाषाओं में अनुवाद का अनुरोध आया। बंगाल, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक एवं केरल जैसे गैर हिंदी भाषी राज्यों के किसानों तक सरकार की मंशा और कानूनों से तथ्य रखने के लिए यह पहल की जा रही है। सरकार का मानना है कि किसानों को यह जानकारी होनी चाहिए कि नए कानून उनके हित में हैं। वाम दलों एवं कांग्रेस की ओर से कही जा रही बातें झूठ हैं।

आंदोलन के जरिये देश को अस्थिर करने की कोशिश से किसानों को किया सचेत

किसानों के नाम इस खुले पत्र में कृषि मंत्री ने तीनों कानूनों की विस्तृत जानकारी देते हुए इनके बारे में फैलाए जा रहे भ्रम दूर करने की कोशिश की है। उन्होंने किसानों से आंदोलन के जरिये देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रही देशद्रोही ताकतों के जाल में न फंसने की अपील भी की है। मंत्री का कहना है कि ऐसे लोग किसानों के पीछे छिपकर अपने राजनीतिक हित के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अस्थिरता को बढ़ावा दे रहे हैं। गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली से सटे बॉर्डर पर कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.