खस्ताहाल शिक्षक प्रशिक्षण केंद्रों को सरकार देगी नया जीवन
इनके खाली पदों को अगले दो सालों के भीतर भरा जाएगा। इसके लिए केंद्र की तरफ से राज्यों को शत- प्रतिशत मदद दी जाएगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। स्कूली शिक्षा के ढांचे को मजबूती देने में जुटी सरकार ने शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाने का फैसला लिया है। इसके तहत देश भर के सभी शिक्षक प्रशिक्षण केंद्रों को अब नए सिरे से अपग्रेड किया जाएगा। इनके खाली पदों को अगले दो सालों के भीतर भरा जाएगा। इसके लिए केंद्र की तरफ से राज्यों को शत- प्रतिशत मदद दी जाएगी।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एकीकृत शिक्षा मिशन के तहत शिक्षक प्रशिक्षण केंद्रों के कायाकल्प की यह योजना तैयार की है। एक अप्रैल से मंत्रालय इस पर काम भी शुरू कर देगा। सरकार ने हाल ही में टुकड़ों में बंटी स्कूली शिक्षा को एक करते हुए उसे एकीकृत शिक्षा मिशन नाम दिया है।
मंत्रालय ने यह योजना राज्यों से शिक्षण प्रशिक्षण केंद्रों की स्थिति को लेकर मंगाई गई रिपोर्ट के बाद तैयार की है, जिसमें इन केंद्रों की स्थिति बेहद खस्ताहाल सामने आई थी।
योजना में जिन केंद्रों को शामिल किया है, उनमें स्टेट काउंसिल आफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी), डायट, रिसोर्स सेंटर और कलस्टर रिसोर्स सेंटर जैसे संस्थान शामिल है। मौजूदा समय में स्कूली शिक्षकों को ट्रेनिंग देने वाले यह सेंटर प्रत्येक जिला स्तर पर मौजूद है। मौजूदा समय में 14 लाख से ज्यादा प्रशिक्षित शिक्षक स्कूलों में पढ़ा रहे है। जिन्हें प्रशिक्षण देने का काम चल रहा है।