दो साल में यूपी की सड़कों पर खर्च होंगे 75 हजार करोड़
पिछले दो सालों में उत्तर प्रदेश की सड़कों पर कुल 6,217 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है और 865 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया है।
संजय सिंह, नई दिल्ली। केंद्र सरकार अगले दो वर्षो के दौरान उत्तर प्रदेश में विभिन्न एजेंसियों के जरिए सड़क निर्माण पर लगभग 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके अलावा 35 प्रादेशिक राजमार्गो को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा देकर उन्नत किया जाएगा।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से जारी ब्यौरे के अनुसार पिछले दो सालों में उत्तर प्रदेश की सड़कों पर कुल 6,217 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। इससे आठ परियोजनाओं के अंतर्गत 865 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया है। इस दौरान से 1,293 किलोमीटर लंबी 24 सड़कों के ठेके दिए गए। जिन पर कुल 16,949 करोड़ रुपये लागत आने का अनुमान है।
अगले 12 महीनों के दौरान 15 परियोजनाओं के ठेके दिए जाने की संभावना है। इनकी कुल लंबाई 840 किलोमीटर होगी। इन पर 6790 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। फिलहाल 1400 किलोमीटर सड़कों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने पर काम चल रहा है। इनके ठेके भी अगले दो वर्ष में दे दिए जाएंगे। इन सड़कों के निर्माण पर लगभग 14 हजार करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है।
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उत्तर प्रदेश को दो सालों में केंद्रीय सड़क निधि और आइएससी की मद में भी 79 परियोजनाओं के तहत 3035 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा चुकी है। इसके अलावा राज्य के 10 प्रादेशिक राजमार्गो (कुल 811 किमी) को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया गया है। जबकि 35 अन्य प्रादेशिक राजमार्गो (कुल 2,591 किमी) को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने पर विचार चल रहा है। इन पर लगभग 26 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी।
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ब्यौरे के अनुसार 2014-15 और 2016-17 के दौरान इस समय राज्य में 31 बड़ी सड़क परियोजनाओं पर काम चल रहा है, जिनकी कुल लंबाई 2157 किलोमीटर है। 15 परियोजनाएं लांच के लिए तैयार हैं, जबकि 1400 किलोमीटर के लिए डीपीआर तैयार हो रही है।
चालू वित्त वर्ष के दौरान राज्य को 79 परियोजनाओं के लिए 1707 करोड़ रुपये की राशि केंद्रीय सड़क निधि तथा आइएससी के तहत जारी की जाएगी।उत्तर प्रदेश में पूरे होने वाले प्रमुख राजमार्ग खंडों में लखनऊ-रायबरेली 4 लेनिंग, आगरा-अलीगढ़ 2 लेनिंग, मुरादाबाद-बरेली 4 लेनिंग, गाजियाबाद-अलीगढ़ 4/6 लेनिंग, उन्नाव आरओबी व लखनऊ कानपुर एप्रोच, कानपुर-कबरई 2 लेनिंग, इटावा-चकेरी 6 लेनिंग तथा रायबरेली-जौनपुर 2 लेनिंग शामिल हैं।