Move to Jagran APP

भारत के गलत मैप पर ट्विटर को सरकार की सख्त चेतावनी, देश की संप्रभुता और अखंडता का सम्मान करें

आईटी मंत्रालय के सचिव ने अपने पत्र में ट्विटर से भारतीय नागरिकों की संवेदनशीलता का सम्मान करने को कहा है। इसमें कहा गया है कि ट्विटर द्वारा भारत की संप्रभुता और अखंडता का अनादर करने का कोई भी प्रयास पूरी तरह से अस्वीकार्य और गैरकानूनी है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 01:35 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 01:53 PM (IST)
भारत के गलत मैप पर ट्विटर को सरकार की सख्त चेतावनी, देश की संप्रभुता और अखंडता का सम्मान करें
ट्विटर ने अपने मैप में जम्मू--कश्मीर को चीन का हिस्सा दिखाया है।

नई दिल्ली, पीटीआइ। जम्मू-कश्मीर को चीन का हिस्सा दिखाए जाने को लेकर माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर को भारत सरकार ने सख्त चेतावनी दी है। सरकार ने कहा है कि देश की संप्रभुता और अखंडता का सम्मान करने का ट्विटर का हर प्रयास अस्वीकार्य है। ऐसी कोई भी कोशिश बर्दाश्‍त नहीं की जाएगी। ट्विटर ने लेह की भौगोलिक स्थिति बताते हुए उसे पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का हिस्सा बता दिया था।

loksabha election banner

आईटी मंत्रालय के सचिव अजय साहनी ने ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी को कड़े शब्दों में एक पत्र लिखा है। साहनी ने कहा कि इस तरह का कोई भी प्रयास न सिर्फ ट्विटर की प्रतिष्ठा को कम करता है, बल्कि यह एक माध्यम होने के नाते ट्विटर की निष्पक्षता को भी संदिग्ध बनाता है। साहनी ने अपने पत्र में ट्विटर को याद दिलाया है कि लेह केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का मुख्यालय है। पत्र में कहा गया है कि लद्दाख और जम्मू-कश्मीर दोनों भारत के अभिन्न व अविभाज्य अंग हैं तथा भारत के संविधान से प्रशासित हैं।

सरकार ने ट्विटर को भारतीय नागरिकों की संवेदनशीलता का सम्मान करने को कहा है। सरकार ने यह भी साफ कहा है कि भारत की संप्रभुता व अखंडता का असम्मान करने का ट्विटर का कोई भी प्रयास (जैसा कि मानचित्र के मामले में किया गया है), पूरी तरह से गैरकानूनी और अस्वीकार्य है। 

विवाद के बाद ट्विटर ने एक बयान जारी कर कहा कि हमें इस तकनीकी खामी के बारे में रविवार को पता चला और हम इसकी संवेदनशीलता समझते हैं और उसका सम्‍मान करते हैं। टीमों ने तेजी से जांच कर जियोटैग के मसले को सुलझा दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.