अगवा इंजीनियरों की रिहाई को हर प्रयास कर रही सरकार : विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अपहृतों की सुरक्षित रिहाई के लिए भारत सरकार सभी तरह के प्रयास कर रही है और इसमें कुछ सफलता भी मिली है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। अफगानिस्तान में अगवा हुए सात इंजीनियरों की सुरक्षित रिहाई के लिए भारत सरकार सभी संभव उपाय कर रही है। वह उन सभी अफगान अधिकारियों और गैर सरकारी लोगों के संपर्क में है जो इस कार्य में सहायक साबित हो सकते हैं। बीते रविवार को इन इंजीनियरों को उत्तरी बागलान प्रांत के चश्मा-ए-शेर इलाके से तालिबान चरमपंथियों ने अगवा कर लिया था, जहां पर ये एक परियोजना पर कार्य कर रहे थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि अपहृतों की सुरक्षित रिहाई के लिए भारत सरकार सभी तरह के प्रयास कर रही है और इसमें कुछ सफलता भी मिली है। लेकिन मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए उन्होंने ज्यादा जानकारी देने से इन्कार कर दिया। प्रवक्ता ने यह भी बताने से इन्कार कर दिया कि सरकार किन लोगों के जरिये बातचीत के प्रयास कर रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस सिलसिले में अपने अफगान समकक्ष सलाहुद्दीन रब्बानी से टेलीफोन पर बात की है। अफगान सरकार ने अपहृतों की सुरक्षित रिहाई के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी अपने अफगान समकक्ष हनीफ अतमर से बात की है। अफगान मीडिया ने बगलान के गवर्नर अब्दुलाई नेमती के हवाले से बताया है कि अपहरण की घटना के पीछे तालिबान चरमपंथी हैं। अपहृतों को लेकर वे पुल-ए-खुमरी शहर की ओर चले गए हैं, जो उनके प्रभाव वाला इलाका है। अपहृत भारतीय इंजीनियर केईसी इंटरनेशनल नाम की कंपनी के हैं, जो परियोजना स्थल पर बिजलीघर बनाने का कार्य कर रहे थे। यह कार्य भारत सरकार की सहायता से हो रहा है।