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मॉरिशस में शुरू हुआ 11वां विश्व हिंदी सम्मलेन, जानें क्‍या हैं खास बातें

इस विश्व हिंदी सम्मेलन की मुख्य विषय वस्तु वैश्विक हिंदी और भारतीय संस्कृति है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sat, 18 Aug 2018 11:22 AM (IST)Updated: Sat, 18 Aug 2018 01:49 PM (IST)
मॉरिशस में शुरू हुआ 11वां विश्व हिंदी सम्मलेन, जानें क्‍या हैं खास बातें
मॉरिशस में शुरू हुआ 11वां विश्व हिंदी सम्मलेन, जानें क्‍या हैं खास बातें

नई दिल्ली [ एजेंसी ]। इस बार 11वां विश्व हिंदी सम्मलेन 18 से 20 अगस्त, 2018 को मॉरिशस में आयोजित किया जा रहा है। मॉरिशस में विश्व हिन्दी सम्मेलन में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर मॉरिशस के पीएम प्रविन्द कुमार और भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी मौजूद रहीं।

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विश्व हिंदी सम्मेलन की मुख्य विषय वस्तु 'वैश्विक हिंदी और भारतीय संस्कृति' है। मुख्य विषय के अतिरिक्त 12 अन्य उपविषयों पर आधारित समानांतर सत्र होंगे। इस अवसर पर पुस्तक प्रदर्शनियां और साहित्यकारों की पुस्तकों का लोकार्पण किया जाएगा। इस बार देश विदेश के विभिन्न भागों से, जहां हिंदी पढाई जाती है, लगभग 1500 पंजीकृत प्रतिभागियों और हिंदी सेवियों के सम्मलेन में भाग लेने की संभावना जताई गई है।

इस कार्यक्रम को लेकर मॉरीशस की शिक्षा मंत्री ने विश्व हिंदी सम्मेलन के 11वें संस्करण का लोगो और वेबसाइट लॉन्च किया था।  इस मौके पर मॉरीशस की शिक्षा मंत्री  लीला देवी दोखुन ने कहा था कि आज हिंदी की हालत पानी में जूझते जहाज की तरह हो गई है। मुझे 'लोगो' के लिए प्रतिभागियों द्वारा भेजी इंट्री देखने का मौका मिला। मैंने महसूस किया कि सभी डिजाइन एक-दूसरे से मिलते-जुलते ही थे। वेबसाइट पर जानकारियों को अपडेट करने के लिए एक सब-कमेटी का भी गठन किया गया है।

सम्मेलन के विषय में जानकारी देने के लिए मॉरीशस से एक प्रतिनिधि दल भारत आया था। उनसे मुलाकात के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि भाषा और संस्कृति साथ-साथ चलते हैं। एक के खत्म होने पर दूसरा अपने आप ही विलीन हो जाता है। ऐसे में भारत के बाहर भी हिंदी को जीवित रखने में इस सम्मेलन की बड़ी भूमिका है।

10 अप्रैल, 2018 को जवाहर लाल नेहरू भवन, विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली में माननीय श्रीमती सुषमा स्वराज, विदेश मंत्री, भारत सरकार और माननीय श्रीमती लीला देवी दुखन लछुमन, शिक्षा एवं मानव संसाधन, तृतीयक शिक्षा एवं वैज्ञानिक अनुसंधान मंत्री, मॉरिशस सरकार द्वारा संयुक्त रूप से विश्व हिंदी सम्मलेन -2018 वेबसाइट का लोकार्पण किया था |

जानिए विश्‍व हिंदी दिवस के बारे में
1- पहला विश्‍व हिन्‍दी सम्‍मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित किया गया था। इसलिए इस दिन को विश्‍व हिन्‍दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस सम्मेलन में 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। 2006 के बाद से हर साल 10 जनवरी को विश्वभर में विश्व हिन्‍दी दिवस मनाया जाता है।
2- पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्‍टर मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी 2006 को हर साल विश्व हिन्दी दिवस के रूप मनाए जाने की घोषणा की थी।
3- विदेशों में भारतीय दूतावास विश्व हिंदी दिवस के मौके पर विशेष कार्यक्रमाें का आयोजन करते हैं। सभी सरकारी कार्यालयों में विभिन्न विषयों पर हिंदी में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
4- नॉर्वे में पहला विश्व हिंदी दिवस भारतीय दूतावास ने मनाया था। इसके बाद दूसरा और तीसरा विश्व हिंदी दिवस भारतीय नॉर्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के तत्वाधान में लेखक सुरेशचन्द्र शुक्ल की अध्यक्षता में बहुत धूमधाम से मनाया गया था।
5- विश्व हिंदी दिवस के अलावा हर साल 14 सितंबर को 'हिंदी दिवस' मनाया जाता है। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया था तभी से 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
6- अभी विश्‍व के सैंकड़ों व‍िश्‍वविद्यालयों में हिंदी पाठ्यक्रम शामिल है। विश्‍व में करोड़ों लोग हिंदी बोलते हैं। यही नहीं हिंदी दुनिया भर में सबसे ज्‍यादा बोली जाने वाली पांच भाषाओं में से एक है।


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