कांडा के खिलाफ नए मामले दर्ज
गीतिका को दुबई में नौकरी छोड़कर भारत लौटने के लिए गोपाल काडा ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर जिस ईमेल के जरिये फर्जी सूचनाएं दुबई स्थित कंपनी में भिजवाई थीं, उसकी सारी डिटेल पुलिस को मिल चुकी है। इस आधार पर पुलिस ने काडा के खिलाफ इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी एक्ट (आइटी एक्ट) की धारा 66 ए के तहत नया मामला दज
नई दिल्ली। गीतिका को दुबई में नौकरी छोड़कर भारत लौटने के लिए गोपाल काडा ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर जिस ईमेल के जरिये फर्जी सूचनाएं दुबई स्थित कंपनी में भिजवाई थीं, उसकी सारी डिटेल पुलिस को मिल चुकी है। इस आधार पर पुलिस ने काडा के खिलाफ इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी एक्ट की धारा 66 ए के तहत नया मामला दर्ज कर लिया है। काडा व अरुणा चढ्डा पर पहले से आत्महत्या के लिए उकसाने, जान से मारने की धमकी देने व षड्यंत्र रचने की धाराओं के तहत मामला दर्ज है। उधर, गीतिका प्रकरण पर अदालत ने भी मंगलवार को कड़े रुख के संकेत दिए। रोहिणी कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी देवेंद्र कुमार जागला ने गीतिका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मीडिया में सार्वजनिक होने पर संयुक्त आयुक्त से सात दिन में जवाब मागा है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी अपनी जाच रिपोर्ट मंत्रालय को सौंप दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गीतिका शोषण हुआ था।
विशेष पुलिस आयुक्त धर्मेद्र कुमार ने मंगलवार को बताया कि पुलिस पूछताछ का नोटिस मिलने के बाद गिरफ्तारी से बच रहे काडा को जिस किसी ने आश्रय दिया होगा उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। पुलिस ने मंगलवार को एमडीएलआर ग्रुप के एचआर डिपार्टमेंट कर्मी खुशबू तथा शिवरूप से पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार दुबई भेजा गया लेटर अरुणा ने ड्राफ्ट कराया था। उस ईमेल को खुशबू के लैपटॉप से भेजा गया था। शिवरूप ने पूछताछ में बताया कि उसने अरुणा के निर्देश पर वह ईमेल भेजा था। अधिकारियों की मानें तो अरुणा ने यह मेल एमडीएलआर के असिस्टेंट एचआर मैनेजर शिवरूप के पास भेजा। शिवरूप ने अलबशीर एट याहू डाट कॉम की फर्जी आइडी बनाकर गीतिका को मेल भेजा। इस ईमेल में कहा गया था कि गीतिका के खिलाफ गुड़गाव में मामला दर्ज है। खुद को दुबई न्यायपालिका से संबंधित बताने वाले अलबशीर (फर्जी आइडी) ने कहा कि अगर वह भारत से लौटकर एक हफ्ते में पूरे मामले की जानकारी नहीं देती तो उसका प्रत्यर्पण कर दिया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार ईमेल के साथ कासुलेट जनरल ऑफ इंडिया के माध्यम से दुबई प्रशासन से गीतिका के भारत लौटने की जानकारी मुहैया कराने की माग की गई है। जाच में पता चला है कि गीतिका ने वापस आने के लिए मोहम्मद अहमद नामक व्यक्ति से एक सप्ताह के लिए कर्ज लिया था लेकिन उसको वह वापस किए बगैर भारत लौट आई थी। पुलिस जाच में यह भी पता चला है कि गीतिका का फर्जी लुकआउट नोटिस जारी होने का ईमेल भी दुबई भेजा गया था।
मंगलवार को विशेष आयुक्त ने बताया कि काडा पुलिस पूछताछ में सहयोग कर रहा है। पुलिस अधिकारी अंकिता से पूछताछ के इंतजार में हैं। बताया जाता है कि वह सिंगापुर में है। सूत्रों की मानें तो गीतिका के कंपनी में बढ़ते प्रभाव को देखकर अंकिता परेशान थी। वहीं मैच फिक्सिंग विवाद में फंस चुकी अभिनेत्री नुपुर मेहता से भी अधिकारी पूछताछ करेंगे। नुपुर काडा की कंपनी में वाइस प्रेसिडेंट कम्युनिकेशन के रूप में कार्यरत थी। जबकि अंकिता ग्राउंड स्टाफ में कार्यरत थी। जाच में पता चला है कि एमडीएलआर एयरलाइंस को चलाने के लिए 64 लोगों की जरूरत थी। जिसमें से 10 फीसदी केबिन क्रू स्टाफ होता है। कंपनी बंद होते समय 60 से ज्यादा एयर होस्टेस काम कर रही थीं।
क्या कहता है कानून
गीतिका आत्महत्या मामले में गोपाल काडा पर दर्ज मुकदमे व सजा
-आत्महत्या के लिए उकसाना
धारा- 306
सजा-10 साल तक की कैद और जुर्माना
-जान से मारने की धमकी देना
धारा- 506
सजा- दो साल की कैद या जुर्माना अथवा दोनों
-षड्यंत्र रचना
धारा- 120
सजा- 6 माह की कैद या जुर्माना अथवा दोनों
-कंप्यूटर अथवा अन्य संचार माध्यम से किसी को डराने, धमकाने, अपमानित करने, आहत करने अथवा दुश्मनी से प्रेरित होकर किसी को असुविधा पहुंचाने, उसके जीवन में समस्या खड़ी करने या भ्रमित करने के उद्देश्य से संदेश व ई-मेल भेजना
धारा- इंफोरमेशन टेक्नॉलजी एक्ट की धारा 66 ए
सजा- 3 साल तक की कैद और जुर्माना।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर