पाक उच्चायोग की दावत का गिलानी ने किया बहिष्कार
उफा में नमो-नवाज की बैठक में कश्मीर का जिक्र न होने से नाराज ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग की ईद मिलन पार्टी के बहिष्कार का एलान कर दिया है। ऐसा करने वाले गिलानी पहले कश्मीरी अलगाववादी
श्रीनगर, जागरण ब्यूरो । उफा में नमो-नवाज की बैठक में कश्मीर का जिक्र न होने से नाराज ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग की ईद मिलन पार्टी के बहिष्कार का एलान कर दिया है। ऐसा करने वाले गिलानी पहले कश्मीरी अलगाववादी हैं।
पाकिस्तानी उच्चायोग ने चार जुलाई की इफ्तार पार्टी में भी कश्मीर के सभी प्रमुख अलगाववादियों को न्योता दिया था, लेकिन अंतिम समय में यह दावत रद हो गई थी। अब उच्चायोग ने 21 जुलाई को दावत-ए-ईद मिलन का आयोजन किया है। अधिकारियों ने इस पार्टी में शामिल होने के लिए गत शनिवार से ही कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को फोन व अन्य माध्यम से न्योता देना शुरू कर रखा था। भारत-पाकिस्तान के बीच वार्ता प्रक्रिया के शुरू होने से बने सकारात्मक माहौल को देखते हुए इस पार्टी में कश्मीरी अलगाववादियों की मौजूदगी को बहुत अहमियत दी जा रही है। माना जा रहा है कि इसी बैठक में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित हुर्रियत नेताओं को भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत के एजेंडे, कश्मीर मसले पर होने वाली किसी भी बातचीत के प्रारूप से अवगत कराते हुए उन्हें उसी हिसाब से कश्मीर में अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कहेंगे।
इस बीच, कट्टरपंथी गिलानी ने ईद मिलन पार्टी के बहिष्कार के अपने फैसले के बारे में जागरण से बातचीत में कहा कि मोदी-नवाज शरीफ की बातचीत में कश्मीर की उपेक्षा हुई है। पाकिस्तान धीरे-धीरे कश्मीर से पीछे हट रहा है। लखनपुर से लेकर गिलगित बाल्टीस्तान तक फैले जम्मू-कश्मीर के लोग बरसों से अपने हक के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान के वजीरे आजम ने कश्मीरियों की पूरी तरह उपेक्षा की है।