गीतिका की चाहत में किए कांड
गीतिका आत्महत्या मामले में फंसे हरियाणा के पूर्व मंत्री और एमडीएलआर ग्रुप के चेयरमैन गोपाल कांडा ने कई बेहद अहम खुलासे किए हैं। उसने कहा है कि वह नहीं चाहता था कि गीतिका उससे दूर हो, लिहाजा उसने वह सारे हथकंडे अपनाए जिससे उसे दूर होने से रोका जा सके। कांडा ने पुलिस से पूछताछ में बताया है
नई दिल्ली। गीतिका आत्महत्या मामले में पुलिस के फंदे में फंसे हरियाणा के पूर्व मंत्री और एमडीएलआर ग्रुप के चेयरमैन गोपाल कांडा ने कई बेहद अहम खुलासे किए हैं। उसने कहा है कि वह नहीं चाहता था कि गीतिका उससे दूर हो, लिहाजा उसने वह सारे हथकंडे अपनाए जिससे उसे दूर होने से रोका जा सके।
कांडा ने पुलिस से पूछताछ में बताया है कि क्योंकि गीतिका बेहद सुंदर थी इसलिए उसने ही अपने बोर्ड मैंबर्स को उसे नौकरी पर रखने को कहा था। हालांकि वह उस वक्त अठारह वर्ष की नहीं हुई थी, इसलिए उसको ट्रेनी केबिन क्रू मैंबर बनाया गया। छह माह बाद उसको सीनियर केबिन क्रू मैंबर बना दिया गया। कांडा ने बताया कि वह नहीं चाहता था गीतिका उससे दूर जाए लिहाजा उसने सारे हथकंडे अपनाए। कांडा ने कोर्ट में माना कि उसने अपने दिए बयान पर सिग्नेचर करने से भी मना कर दिया था।
कांडा ने पुलिस और कोर्ट के समक्ष कई सारे खुलासे किए हैं। जिनसे इस मामले की तस्वीर काफी हद तक साफ होती दिखाई दे रही है। कांडा पर लगे आरोप भी उसके बयान से सही नजर आ रहे हैं। कांडा ने अपने बयान में कहा है कि उसने गीतिका को हर शाम उसे रिपोर्ट करने का आदेश दिया था। इसी दौरान वह गीतिका के बेहद करीब आ गया था। लेकिन जब एमडीएलआर कंपनी बंद हुई और गीतिका दूसरी कंपनी का रुख करने लगी तो उसने ही कंपनी से गीतिका के पेपर न लौटाने का आदेश दिया था। क्योंकि वह नहीं चाहता था कि गीतिका उससे अलग हो। उसको रोकने के लिए कांडा ने गीतिका की न सिर्फ सैलरी बढ़ा दी बल्कि उसको कंपनी में बड़ा औहदा भी दे दिया।
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