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घर की तलाश के सफर पर निकलेगी गीता, इस बार साथ होगा संभावित हमसफर

पाकिस्तान से लाई गई मूक-बधिर गीता की इशारों से कही गई बातों से लगता है कि वह छत्तीसगढ़ तेलगांना आंध्रप्रदेश और झारखंड के किसी स्थान की हो सकती है। इन्हीं राज्यों के प्रमुख स्थानों पर गीता को ले जाने की योजना है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 26 Sep 2020 08:44 AM (IST)Updated: Sat, 26 Sep 2020 08:44 AM (IST)
घर की तलाश के सफर पर निकलेगी गीता, इस बार साथ होगा संभावित हमसफर
पाकिस्तान से लाई गई मूक-बधिर गीता की फाइल फोटो।

नवीन यादव, इंदौर। पाकिस्तान से लाई गई मूक-बधिर गीता के घर की तलाश एक बार फिर जल्द शुरू की जाएगी। इस बार उसके साथ वह युवक भी होगा, जिसे पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गीता के लिए पसंद किया था। युवक भी मूक-बधिर है और मध्य प्रदेश के सीधी जिले का निवासी है। गीता फिलहाल इंदौर की संस्था आनंद सर्विस सोसायटी में रह रही है। यहां के संचालक ज्ञानेंद्र पुरोहित प्रतिदिन गीता को विभिन्न राज्यों के चुनिंदा स्थानों के वीडियो दिखा रहे हैं ताकि उसके मूल घर की पहचान हो सके। 

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झारखंड, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में कई जगहों पर ले जाने की तैयारी

दरअसल, गीता की इशारों से कही गई बातों से लगता है कि वह छत्तीसगढ़, तेलगांना, आंध्रप्रदेश और झारखंड के किसी स्थान की हो सकती है। इन्हीं राज्यों के प्रमुख स्थानों पर गीता को ले जाने की योजना है। पुरोहित के मुताबिक गीता इशारों में बता चुकी है कि पहले अपने घर-परिवार को तलाशना चाहती है फिर शादी करेगी। सीधी का युवक गीता की मदद करना चाहता है। गीता का घर तलाशने के लिए एक बार फिर कोशिश कर रहे हैं।

इन राज्यों के चुनिंदा स्थानों के दिखाए जा रहे वीडियो

 गीता के बताए अनुसार उसके घर के पास एक मंदिर है। जिसमें दर्शन करने के पहले नदी में डुबकी लगाकर जाना होता है। इस विवरण के आधार पर उसे हर दिन तीन से चार घंटे देश के अलग-अलग इलाकों के वीडियो दिखाए जा रहे हैं। इस सफर में गीता के साथ आनंद सोसायटी के सदस्य और दो पुलिसकर्मी भी रहेंगे। हालांकि उसका सफर कोरोना संक्रमण कम होने के बाद शुरू होगा। 

कोरोना संक्रमण कम होने के बाद शुरू होगा सफर

गौरतलब है कि भटककर पाकिस्तान पहुंची गीता को भारत सरकार के हस्तक्षेप के बाद पांच साल पहले यहां लाया गया था। उसके माता-पिता को तलाशने की कोशिश केंद्र से लेकर राज्य सरकार और इंदौर जिला प्रशासन कर चुका है। गीता को अपनी बेटी बताने का दावा करने वाले 22 लोगों का डीएनए टेस्ट हो चुका है लेकिन उसका गीता के डीएनए से मिलान नहीं हुआ। इस बीच गीता का घर बसाने के लिए स्वयंवर भी आयोजित किया गया लेकिन गीता ने उनमें से किसी को भी जीवनसाथी चुनने से इन्कार कर दिया।

पुरोहित के मुताबिक, कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद गीता को इन राज्यों में कुछ परिचित इलाकों में भी ले जाएंगे। इंदौर के डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्रा ने भी आश्वस्त किया है कि वे गीता की सुरक्षा के लिए दो पुलिस जवानों को उनके साथ भेजेंगे।


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