तीन हजार की मदद के बहाने इंदौर में युवती से सामूहिक दुष्कर्म
मध्यप्रदेश के गंगवाल में युवती के दोस्त व उसके साथियों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया जिसके बाद युवती ने बदनामी के डर से पुलिस के पास रिपोर्ट लिखाने से इंकार किया।
इंदौर (नई दुनिया)। 19 वर्षीय युवती से सामूहिक दुष्कर्म की घटना से मंगलवार रात हड़कंप मच गया। गंगवाल बस स्टैंड पर युवती को रोता देख पुलिस थाने ले आई। युवती ने बताया कि इलाज के लिए तीन हजार रुपये की जरूरत थी। आरोपी उसे झांसा देकर विजय नगर ले गए और सामूहिक दुष्कर्म किया। युवती ने बदनामी के डर से रिपोर्ट लिखाने से इंकार कर दिया।
घटना मंगलवार रात 10.30 बजे की है। झाबुआ जिले में रहने वाली 19 वर्षीय युवती देर रात गंगवाल बस स्टैंड पर रोती मिली। एजेंट और दुकानदारों ने पुलिस को जानकारी दी। उसने पुलिस को बताया कि उससे चार लोगों ने दुष्कर्म किया है। आरोपी उसे बस में बैठाने के बहाने छोड़ भागे। पुलिस उसे छत्रीपुरा थाना ले गई।
पीड़िता के मुताबिक, करीब डेढ़ साल पहले उसने प्रेम विवाह किया था। नाबालिग होने से पुलिस ने पति को जेल भेज दिया। परिजन नाराज होकर राजगढ़ में रहने चले गए। कुछ दिनों पहले डॉक्टर ने उसे बताया कि पेट में छाले हो गए हैं। तीन हजार रुपये में इलाज हो जाएगा। एक दोस्त रवि से मदद मांगी तब वह साथी के साथ राजगढ़ पहुंचा और युवती को इंदौर ले आए। उसने युवती को जबरन शराब पिलाई और विजयनगर क्षेत्र में दुष्कर्म किया। कुछ देर बाद उसने दो दोस्तों को भी बुला लिया। उन्होंने भी दुष्कर्म किया। रात करीब 10 बजे दोनों आरोपी बस स्टैंड पर छोड़ गए।
रिपोर्ट लिखी तो करनी पड़ेगी आत्महत्या
पुलिस आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने लगी तो पीड़िता ने इससे इंकार कर दिया। एसपी ने एएसपी, महिला सीएसपी, महिला टीआई, नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों सहित पार्षद को भी बुलाया। सभी ने पीड़िता की काउंसलिंग की, लेकिन उसने कहा कि केस दर्ज करने पर बदनामी हो जाएगी। उसे आत्महत्या करनी पड़ सकती है। पुलिस देर रात उसका मेडिकल चेकअप कराने ले गई, लेकिन उसने नहीं कराया। रात में ही युवती को परिजन तक पहुंचा दिया गया।
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