सामूहिक दुष्कर्म की नहीं लिखी रिपोर्ट, पीड़िता ने लगाई फांसी, एसआइ निलंबित, दो आरोपी गिरफ्तार
नरसिंहपुर जिले में अनुसूचित जाति की महिला ने शुक्रवार की सुबह घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इसकी रिपोर्ट लिखाने के लिए वे तीन दिन से पुलिस के चक्कर लगा रहे थे।
नरसिंहपुर, जेएनएन। नरसिंहपुर जिले के चीचली थानांतर्गत एक गांव में अनुसूचित जाति की महिला ने शुक्रवार की सुबह घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इसकी रिपोर्ट लिखाने के लिए वे तीन दिन से पुलिस के चक्कर लगा रहे थे लेकिन पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार करने की जगह उन्हें ही लॉकअप में डाल दिया था। इस घटना के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया।
आनन फानन में जिले के आला अधिकारी पीड़ितों से मिलने उनके गांव पहुंचे। अधिकारियों ने चीचली थाने के एक एसआइ को निलंबित कर दिया जबकि दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। मृतका के पति ने एसडीओपी गाडरवारा सीताराम यादव को बताया कि उसकी पत्नी 28 सितंबर को गांव स्थित खेत में चारा काटने गई थी। खेत में परसू, गुड्डा और अनिल नाम के आरोपियों ने महिला के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया।
परिजनों का यह भी आरोप है कि जब दूसरे दिन 29 सितंबर को वे चौकी पहुंचे तो उनकी रिपोर्ट तक नहीं लिखी गई। 30 सितंबर को वे चीचली थाना पहुंचे, जहां उनकी फरियाद सुनने के बजाय पुलिसकर्मियों ने महिला के पति, जेठ को ही लॉकअप में बंद कर दिया। यही नहीं पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर पीड़िता के साथ गालीगलौज की। आरोप है कि पुलिसकर्मियों के उक्त व्यवहार से व्यथित होकर महिला ने आत्महत्या की।
बीते दिनों मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के मारूगढ़ गांव में भी सामूहिक दुष्कर्म का एक सनसनीखेज मामला सामने आया था। आरोप है कि खेत में रह रहे भाई-बहन के साथ मारपीट करके नाबालिग लड़की का अपहरण करने के बाद तीन बदमाशों ने कथित तौर पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी बाइक छोड़कर भागे थे जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया था। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।