घर-घर विराजे बप्पा, कहीं दिखे रेत पर भगवान गणेश तो कहीं गन्ने से बने गणपति
देशभर में गणेशोत्सव की धूम है। गुरुवार से गणेश चतुर्थी उत्सव शुरू हो गया। लोगों ने बप्पा की मूर्ति को अपने घरों में स्थापित किया। गाजे-बाजे के साथ बप्पा को घर में विराजा गया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दस दिन तक चलने वाला गणेश चतुर्थी उत्सव गुरुवार से शुरू हो गया। देश के कोने-कोने में भगवान गणेश के स्वरूप को लोगों ने अपने घरों में स्थापित किया है। गणेश मूर्ति के विसर्जन के साथ इस उत्सव का समापन होगा। पूरे देश में गणेशोत्सव की धूम मची है। मुंबई में फिल्मी कलाकारों से लेकर आम लोग बप्पा को घर में विराजने को आतुर हैं। लोग एक-दूसरे को एसएमस, वाट्सएप आदि पर गणेशोत्सव की बधाई दे रहे हैं।
बता दें कि गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणपति का जन्म हुआ था। इस दिन भक्त भगवान गणेश की मूर्ति घर लाकर उनका सत्कार करते हैं। दस दिन बाद अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन के साथ गणपति बप्पा को विदाई दी जाती है। साथ ही उनसे अगले बरस आने का वादा भी श्रद्धालु लेते हैं। भगवान गणेश का हिंदू धर्म में बड़ा स्थान है। कोई भी शुभ कार्य, पूजा-पाठ, हवन उनकी स्तुति से ही आरंभ होता है। महाराष्ट्र में तो इस पर्व की धूम देखते ही बनती है।
गणेश चतुर्थी उत्सव के उपलक्ष्य में मुंबई में बप्पा की मूर्ति को घर ले जाते लोग।
बेंगलुरू के एक मंदिर में गन्नों से बनाई गई भगवान गणेश की मूर्ति।
भगवान गणेश के स्वरूप को घर में स्थापित करने के लिए टैक्सी में लेकर जाते मुंबई के भक्त।
गणेशोत्सव पर जयपुर के मोती डूंगरी मंदिर में लगी श्रद्धालुओं की कतार।
दिल्ली में भी गणेशोत्सव की धूम है। गुरुवार को नई दिल्ली के एक बाजार में गणेश जी की मूर्ति के पास अखबार पढ़ता व्यक्ति।
अहमदाबाद में गणेश मूर्ति की स्थापना के लिए गाजे-बाजे के साथ ले जातीं महिलाएं।
अहमदाबाद में भगवान गणेश की मूर्ति को ठेले पर ले जाते श्रद्धालु।
ओडिशा के पुरी में प्रख्यात कलाकार सुदर्शन पटनायक ने रेत पर भगवान गणेश की आकृति बनाकर ईको फ्रेंडली त्योहार मनाने का संदेश दिया।
बेंगलुरू में एक कलाकार ने नारियल पर भगवान गणेश की आकृति बनाई।
चेन्नई के एक कॉलेज में भगवान गणेश स्वरूप रंगोली बनातीं छात्राएं।