गेमाल्टो ने भारतीयों से मांगी माफी, कहा-आधार डाटा में नही हुई सेंधमारी
गेमाल्टो ने अपनी उस रिपोर्ट को वापस ले लिया है जिसमें दावा किया गया था कि आधार डाटा सेंधमारी की वजह से 2018 की पहली छमाही में डाटा सेंधमारी के मामले में भारत का स्थान विश्व में दूसरा था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। डिजीटल सिक्योरिटी फर्म 'गेमाल्टो' ने आधार डाटा सेंधमारी पर अपनी रिपोर्ट के लिए राष्ट्रीय समाचार पत्रों के जरिये सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। कंपनी ने अपनी उस रिपोर्ट को वापस ले लिया है जिसमें दावा किया गया था कि आधार डाटा सेंधमारी की वजह से 2018 की पहली छमाही में डाटा सेंधमारी के मामले में भारत का स्थान विश्व में दूसरा था।
कंपनी का कहना है, वह सार्वजनिक नोटिस जारी कर विशिष्ट पहचान संख्या परियोजना के बारे में गलतफहमी को साफ कर रही है। कंपनी ने गलती सुधारते हुए कहा है कि उसे आधार डाटा सेंधमारी का कोई सुबूत नहीं मिला है। माफी के नोटिस में कंपनी ने कहा है, 'गेमाल्टो ने एक गलत ब्रीच लेवल इंडेक्स रिपोर्ट और प्रेस विज्ञप्ति प्रकाशित की थी जिसमें कथित और अपुष्ट आधार डाटा सेंधमारी के बारे में नए लेख शामिल थे। इसके लिए गेमाल्टो भारत के लोगों से माफी मांगती है। मैं गेमाल्टो का सीईओ फिलिप वैली इस गलत रिपोर्ट और प्रेस विज्ञप्ति के प्रकाशन में हमारी ओर से बरती गई इस गंभीर त्रुटि के लिए ईमानदारी से माफी मांगता हूं।' बताते हैं कि कंपनी ने पांच दैनिक समाचार पत्रों के सभी संस्करणों में यह माफीनामा जारी किया है।
मालूम हो कि इस साइबर सिक्योरिटी फर्म ने 15 अक्टूबर को एक रिपोर्ट में दावा किया था कि आधार डाटा सेंधमारी में एक अरब से ज्यादा रिकॉर्ड लीक हुए हैं जिसमें नाम, पते और व्यक्ति पहचान की जानकारी शामिल है।