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मैगी के बाद पास्ता और मैक्रोनी पर भी जांच की आंच

मैगी पर देशभर में प्रतिबंध लगाने के एक दिन बाद भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने अब अन्य ब्रांडों के नूडल्स की भी जांच कराने का फैसला लिया है। प्राधिकरण अब ब्रांडेड पास्ता और मैक्रोनी का भी प्रयोगशाला में परीक्षण करवाएगा।

By Sachin kEdited By: Published: Sun, 07 Jun 2015 02:02 AM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2015 07:57 AM (IST)
मैगी के बाद पास्ता और मैक्रोनी पर भी जांच की आंच

नई दिल्ली। मैगी पर देशभर में प्रतिबंध लगाने के एक दिन बाद भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने अब अन्य ब्रांडों के नूडल्स की भी जांच कराने का फैसला लिया है। प्राधिकरण अब ब्रांडेड पास्ता और मैक्रोनी का भी प्रयोगशाला में परीक्षण करवाएगा।

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प्राधिकरण के सीईओ युद्धवीर सिंह मलिक ने शनिवार को कहा कि हम खुद को किसी एक ही ब्रांड तक क्यों सीमित रखें? हम अन्य ब्रांडों के नूडल्स के नमूने एकत्रित कर रहे हैं। हालांकि, मलिक ने किसी ब्रांड का नाम नहीं लिया, लेकिन आइटीसी का सनफीस्ट येप्पी, हिंदुस्तान यूनिलीवर का नोर, निसिन फूड्स का टॉप रामेन और नेपाल के चौधरी ग्रुप का वाइ-वाइ नूडल्स के लोकप्रिय ब्रांड हैं।

मलिक ने कहा कि हम सोमवार को उन कंपनियों के नाम सार्वजनिक करेंगे, जिन्होंने नूडल्स, पास्ता और मैक्रोनी के कारोबार के लिए एफएसएसएआइ से मंजूरी ली है। हम उन तमाम ब्रांडों के नमूने जांच के लिए भेजेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन उत्पादों को बिना मंजूरी के बेचा जा रहा है, उनकी निर्माता कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मलिक के अनुसार, ऐसे कई ब्रांड हो सकते हैं, जिनके कारोबार के लिए मंजूरी नहीं ली गई होगी।

ब्रांड एंबेसडरों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार नहीं
मलिक ने कहा कि एफएसएसएआइ फिलहाल ब्रांड एंबेसडरों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई पर विचार नहीं कर रही है। लेकिन उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय इस पर विचार कर सकता है। उन्होंने कहा कि ब्रांड एंबेसडरों को संभवत: निर्माण सामग्री की जानकारी नहीं होती है। हालांकि उन्हें उन उत्पादों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए, जिनका वे प्रचार करते हैं।

तीन और राज्यों में प्रतिबंध
भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा देशभर में मैगी पर प्रतिबंध लगाने के बाद महाराष्ट्र, पंजाब और त्रिपुरा ने भी इस पर रोक लगा दी है। मिजोरम ने इसके आयात और बिक्री पर रोक लगाने का फैसला किया है। सोमवार को यहां प्रतिबंध की घोषणा की जा सकती है। नगालैंड में प्रतिबंध का फैसला अभी नहीं किया गया है, लेकिन राज्य सरकार ने लोगों से इसका इस्तेमाल नहीं करने को कहा है। अरुणाचल प्रदेश के खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने तत्काल प्रभाव से थोक और खुदरा व्यापारियों से बाजार से मैगी वापस लेने को कहा है। मेघालय में मैगी का नमूना जांच के लिए भेजा गया है। कर्नाटक सरकार ने अन्य ब्रांडों के नूडल्स की भी जांच करवाने का फैसला किया है। मैगी पर प्रतिबंध का फैसला अन्य रिपोर्ट देखने के बाद किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश ने कहा है कि यदि किसी भी ब्रांड के नूडल्स की गुणवत्ता खराब पाई गई, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
पढ़ेंः इसलिए लगा मैगी पर प्रतिबंध


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