बच्चा चोर की अफवाह में उन्मादी भीड़ ने पीटा, एक किसान की मौत
धार जिले के खिरकिया का मामला छह लोग घायल। आरोपितों ने किसानों को जिंदा जलाने का प्रयास भी किया।
धार, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में धार जिले के खिरकिया में उन्मादी भीड़ की ¨हसा में एक किसान की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हो गए। उन्मादी भीड़ ने किसानों को बच्चा चोर कहकर घेर लिया और उनसे मारपीट की। भीड़ ने ¨हसा के शिकार लोगों को जिंदा जलाने का प्रयास भी किया।
पुलिस के अनुसार, सात लोग दो कारों से बुधवार सुबह करीब 11 बजे ग्राम खिरकिया पहुंचे थे। यहां उन्मादी भीड़ ने बच्चा चोर बताकर कारों पर पथराव किया और कार सवार लोगों से जमकर मारपीट की। एक कार में आग लगा दी गई। घायलों में चार की हालत गंभीर होने से उन्हें इंदौर रेफर किया गया है। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने कुछ नामजद के साथ बड़ी संख्या में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
दरअसल, पूरा मामला खेत में मजदूरी के लिए दी गई अग्रिम राशि से जुड़ा बताया जाता है। खेड़ागांव तहसील सांवेर (इंदौर) के छह किसानों ने छह माह पहले खेत में मजदूरी के लिए तिरला ब्लॉक के गांव खिरकिया के अवतार, जामसिंह, महेश, राजेश और सुनील को अग्रिम के तौर 50-50 हजार रुपये (कुल ढाई लाख रुपये) दिए थे। बाद में पांचों मजदूरी करने की बजाय गुजरात चले गए। बुधवार को मजदूरों के बुलाने पर ही सांवेर तहसील के सात किसान खिरकिया पहुंचे थे।
गांव में पहुंचते ही 15-20 ग्रामीणों ने उनका रास्ता रोका और पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। ग्रामीणों ने आसपास के गांवों में खबर फैला दी कि दो वाहनों में कुछ लोग दो बच्चों का अपहरण कर भागे हैं। इस पर उन्मादी भीड़ ने किसानों के वाहनों को रोकने का प्रयास किया। गांव बोरलाई में डेढ़-दो सौ लोगों ने बाइक अड़ा कर दोनों कारों को रोक लिया। कार सवार जान बचाने के लिए एक दुकान में घुसे और दरवाजा बंद कर लिया। भीड़ ने दरवाजा तोड़कर उन्हें निकाला और लकड़ी-पत्थर से बुरी तरह पीटा।
मारपीट में गंभीर रूप से घायल गणेश पुत्र मनोज (38)को बड़वानी रेफर किया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही उसकी मौत हो गई। कार सवारों के साथ खिरकिया ग्राम का मजदूर मुकेश पुत्र अंतरलाल भी था, जो लापता बताया गया है। घटना के मामले में अवतारसिंह, भुवानसिंह और जामसिंह सहित 40-45 के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास और बलवा का प्रकरण दर्ज किया गया है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
ऐसी घटनाएं शर्मसार करने वालीं: कमलनाथ
मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, 'ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मसार करने वाली हैं और इन्हें बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।' उन्होंने अधिकारियों को जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन का कहना है कि पैसों के लेन-देन को लेकर आपसी विवाद में यह घटना हुई है।
कानून का डर खत्म हो गया : शिवराज
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि मप्र में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। कानून का डर बिल्कुल समाप्त हो गया है।