Move to Jagran APP

यूएस में दो बार से अधिक नहीं रह सकता है कोई एक व्‍यक्ति राष्‍ट्रपति, लेकिन रूजवेल्‍ट हैं अपवाद

अमेरिका में फ्रैंकलिन रूजवेल्‍ट अकेले ऐसे राष्‍ट्रपति हैं जो लगातार तीन कार्यकाल के दौरान 12 वर्षों तक इस पद पर बने रहे। उनका निधन पद पर रहते हुए ही हुआ था। उन्‍होंने जब सत्‍ता हासिल की थी तब देश की हालत काफी खराब थी।

By Kamal VermaEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 02:56 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 02:56 PM (IST)
यूएस में दो बार से अधिक नहीं रह सकता है कोई एक व्‍यक्ति राष्‍ट्रपति, लेकिन रूजवेल्‍ट हैं अपवाद
रूजवेल्‍ट अमेरिका के बारह वर्षों तक राष्‍ट्रपति रहे थे।

नई दिल्‍ली (ऑनलाइन डेस्‍क)। अमेरिका में राष्‍ट्रपति के चयन के लिए 3 नवंबर को मतदान होना है। इसको लेकर प्रचार अब अंतिम चरण में है। अमेरिका में कोई भी व्‍यक्ति केवल दो बार ही राष्‍ट्रपति बन सकता है। लेकिन, फ्रैंकलिन डी रूजवेल्‍ट इस मामले में अपवाद हैं। रूजवेल्‍ट जिन्‍हें प्‍यार से एफडीआर बुलाया जाता था, लगातार तीन बार राष्‍ट्रपति के पद पर रहे। उनका ये कार्यकाल 4 मार्च 1933-12 अप्रैल 1945, उनके निधन के दिन तक रहा था। यही वजह है कि वो अमेरिकी इतिहास में सबसे अधिक समय तक राष्‍ट्रपति के पद पर रहने वाले एकमात्र व्‍यक्ति हैं।

loksabha election banner

रूजवेल्‍ट अमेरिका के 32वें राष्‍ट्रपति थे। वे डेमोक्रेट पार्टी के प्रत्‍याशी के तौर पर चुने गए थे और लगातार तीन कार्यकाल तक इस पद पर बने रहे। उन्‍होंने बेहद बुरे दौर में अमेरिका की अर्थव्‍यवस्‍था को संभाला। आज के आधुनिक अमेरिका का श्रेय भी उन्‍हें ही दिया जाता है। दूसरे विश्‍व युद्ध के दौरान उनका तीसरा कार्यकाल ही था। उनके निधन के कुछ समय बाद ये युद्ध समाप्‍त हो गया था।

अमेरिका के एक राजनीतिक और रसूखदार परिवार से आने वाले रूजवेल्‍ट ने 1930 के दशक में वैश्विक आर्थिक मंदी के दौरान रोजगार बढ़ाने, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और आर्थिक सुधार के लिए कई बैंकों और एजेंसियों से करार किया। इनमें वर्क्स प्रोग्रेस एडमिनिशट्रेशन, नेशनल रिकवरी एडमिनिस्ट्रेशन और एग्रीकल्चरल एडजस्टमेंट एडमिनिस्ट्रेशन प्रमुख हैं। उन्होंने फेडेरल डिपोजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन, टेनिज वैली ऑथरिटी और यूएस सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन जैसे कार्यक्रमों की शुरुआत की। उनके कुछ अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में सोशल सिक्युरिटी सिस्टम और नेशनल लेबर रिलेशन बोर्ड की स्थापना शामिल है। उन्‍होंने ही विंस्‍टन चर्चिल की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया और दिसंबर 1941 में औपचारिक रूप से अमेरिका द्वितीय विश्वयुद्ध में शामिल हो गया। उन्‍होंने इस दौरान चीजों की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाई और आम नागरिकों तक जरूरी चीजों की पहुंच को बरकरार रखे रखा। दूसरे विश्‍व के अंत में में रूजवेल्‍ट की तबीयत काफी खराब रहने लगी थी, जिसके चलते 12 अप्रैल, 1945 को उनका निधन हो गया। रूजवेल्‍ट करीब 12 वर्षों तक अमेरिका के राष्‍ट्रपति बने रहे, जो राष्ट्रपति के इतिहास में सबसे लंबा कार्यकाल बना हुआ है।

उनके राजनीतिक करियर की बात करें तो आपको बता दें कि उन्‍हें वर्ष 1910 में पहली बार सीनेट के लिए चुना गया था। उन्‍हें तत्‍कालीन राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने नौसेना का सचिव नियुक्त किया। एफडीआर को 1928 में न्यूयॉर्क का गवर्नर बनाया गया। इस दौरान अमेरिका की आर्थिक हालत बेहद खराब थी। पूरी दुनिया इस दौरान महामंदी की चपेट में थी। रूजवेल्ट ने 1932 के राष्‍ट्रपति चुनाव में इसी को मुद्दा बनाया और जीत हासिल की। अपने राष्‍ट्रपति कार्यकाल के शुरुआत 100 दिनों में उन्होंने बैंकों और व्‍यापारियों की समस्‍याओं के निदान को लेकर जबरदस्‍त काम किया। न्‍यू डील के नाम से शुरू किए गए उनके प्रोग्राम ने देश की अर्थव्‍यवस्‍था के पुनरुद्धार में मदद की। उन्‍होंने रिटायर हो चुके कर्मियों के लिए सोशल सिक्‍योरिटी प्रोग्राम शुरू किया। इसके अलावा उन्‍होंने रेडियो पर लोगों से जुड़ने के लिए फायरसाइड चैट कार्यक्रम की शुरुआत की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.