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कश्मीर में चार और आत्मघाती युवाओं का दस्ता, सुरक्षा एजेंसियां कर रहीं तलाश

आत्मघाती हमलों को अंजाम देने के लिए आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने कश्मीर के पांच लड़कों का दस्ता तैयार किया था। आदिल इसी दस्ते का हिस्सा था।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 09:46 PM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 09:46 PM (IST)
कश्मीर में चार और आत्मघाती युवाओं का दस्ता, सुरक्षा एजेंसियां कर रहीं तलाश
कश्मीर में चार और आत्मघाती युवाओं का दस्ता, सुरक्षा एजेंसियां कर रहीं तलाश

राज्य ब्यूरो, जम्मू। आत्मघाती हमलों को अंजाम देने के लिए आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने कश्मीर के पांच लड़कों का दस्ता तैयार किया था। आदिल इसी दस्ते का हिस्सा था। अन्य चार स्थानीय आत्मघाती कश्मीर में हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने चारों की तलाश में विशेष अभियान चला रखा है। कहा जा रहा है कि शेष चार अन्य आत्मघाती आतंकियों को दो-दो के गुट में जैश ने अपने सेफ हाउस में रखा हुआ।

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वीरवार को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गोरीपोरा लितपोरा क्षेत्र में जैश के आत्मघाती आदिल अहमद डार उर्फ वकास कमांडो ने विस्फोटकों से लदी गाड़ी के साथ हमला किया था जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे। जांच में जुटे अधिकारियों ने हमले से पूर्व जिन पुख्ता सूचनाओं पर अलर्ट जारी किया था, का आकलन भी शुरू कर दिया है।

संबंधित अधिकारियों के अनुसार, जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक आदिल अकेला स्थानीय आत्मघाती आतंकी नहीं था। उस जैसे तीन से चार और स्थानीय लड़के हैं जिन्हें कश्मीर में दो वर्षों से सक्रिय जैश के पाकिस्तानी आतंकियों ने आत्मघाती बनने के लिए तैयार किया है।

स्थानीय आतंकियों को करीब तीन माह तक गाजी रशीद, उमैर और कामरान के अलावा एक अन्य जैश कमांडर ने ट्रेनिंग दी है। गाजी गत वर्ष अक्टूबर के अंतिम सप्ताह के दौरान कश्मीर में दाखिल हुआ है। उसकी उपस्थिति की पहली पुष्टि दिसंबर 2018 के दौरान उस समय हुई जब दक्षिण कश्मीर के जंगलों में स्थानीय आतंकियों को पाकिस्तानी आतंकी कमांडरों द्वारा ट्रेनिंग देने की सूचना आई थी।

सुरक्षाबलों ने उस समय स्थानीय आतंकियों के लिए ट्रेनिंग कैंप की सूचना को नकार दिया था। दिसंबर के अंतिम सप्ताह के दौरान खुफिया एजेंसियों ने पहली बार किसी आत्मघाती हमले की आशंका जताई थी। उस समय जैश के आतंकी कमांडरों की पुलवामा जिले के नेवा इलाके में हुई बैठक में पांच स्थानीय आतंकियों को किसी बड़े हमले के लिए तैयार किए जाने की सूचना थी।

सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक आदिल इन्हीं पांच आतंकियों में एक था। दस्ते के अन्य आतंकियों में फैयाज और मुदस्सर नामक दो आतंकियों के नाम भी लिए जा रहे हैं। बताया जाता है कि जिस तरह से आदिल की गत दिसंबर के बाद से कोई सूचना नहीं मिल रही थी, उसी तरह से फैयाज व मुदस्सर नामक आत्मघातियों के बारे में कोई दूसरी जानकारी नहीं है। इनके साथ आत्मघाती हमले के लिए तैयार अन्य दो का कोई ब्योरा नहीं मिल रहा है।

बताया जा रहा है कि आदिल समेत पांच स्थानीय लड़कों को आत्मघाती हमले के लिए गत वर्ष जनवरी के दौरान लितपोरा में हुए सीआरपीएफ शिविर पर आत्मघाती हमले के बाद ही चुना था। इनकी ट्रेनिंग गत अक्टूबर माह के बाद शुरू हुई थी। लितपोरा में सुरक्षाबलों के शिविर पर हमला करने वाले आत्मघाती हमले में एक स्थानीय आतंकी फरदीन खान शामिल था।

दो माह पहले तैयार हुआ था आदिल का वीडियो

हमले की जांच में जुटे अधिकारियों ने आत्मघाती हमलावर आदिल उर्फ वकास कमांडो के वीडियो के प्रारंभिक आकलन में पाया है, कि वीडियो करीब एक-डेढ़ माह पहले तैयार किया है। वीडियो में आती आवाज और उसके होठों के बीच भी पर्याप्त तालमेल नहीं है। वीडियो में नजर आती उसकी बॉडी लैंग्वेज भी बताती है कि वह हमले के लिए पूरी तरह मानसिक रूप से तैयार नहीं था, बल्कि हमले के लिए तैयार हो रहा था। फिलहाल, सुरक्षा एजेंसियां पता लगा रही हैं कि यह वीडियो कश्मीर में किस जगह शूट हुआ है। सबसे पहले सोशल मीडिया पर कहां से वायरल हुआ है। 


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