छत्तीसगढ़: आपसी झगड़े में CRPF जवान ने चार साथियों को गोलियों से भूना
सीआरपीएफ के एक जवान ने आपसी झगड़े के बाद आपा खो दिया और इंसास राइफल से गोली मारकर अपने चार साथियों को मार डाला।
बीजापुर (नई दुनिया)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक जवान ने अपने चार साथियों को मौत के घाट उतार दिया।जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर बासागुड़ा कैंप में तैनात सीआरपीएफ के एक जवान ने आपसी झगड़े के बाद आपा खो दिया और इंसास राइफल से गोली मारकर अपने चार साथियों को मार डाला। इस हमले में एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया है। उसे हेलीकॉप्टर से रायपुर ले जाया गया है। घटना शनिवार शाम पांच बजे की है।
बताया जा रहा है कि बासागुड़ा कैंप में सीआरपीएफ की 168वीं बटालियन जी-कंपनी के जवान तैनात हैं। इनके बीच शनिवार दोपहर ड्यूटी को लेकर झगड़ा हो गया। शाम करीब पांच बजे उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के मूल निवासी जवान संत कुमार को इतना गुस्सा आ गया कि उसने इंसास राइफल उठाई और अपने साथियों पर दनादन गोलियां बरसाने लगा। इससे सब इंस्पेक्टर विक्की शर्मा (सांबा, जम्मू-कश्मीर), एसआइ मेघ सिंह (अहमदाबाद, गुजरात), राजवीर सिंह (झुंझनू, राजस्थान) और शंकर राव (विजयनगर, आंध्रप्रदेश) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। एएसआइ गजानन गंभीर रूप से घायल हो गए। हरियाणा के रेवाड़ी के रहने वाले जवान गजानन की पसली में गोली लगी है। गंभीर हालत में उन्हें हेलीकॉप्टर से रायपुर ले जाया गया है। मृत जवानों के शव पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय लाए गए हैं। आरोपी जवान संत कुमार को हिरासत में लेकर बासागुड़ा थाने में रखा गया है। बस्तर डीआइजी पी सुंदरराज ने घटना की पुष्टि की है।
घटना के बाद मुख्यालय में आपात बैठक
घटना की सूचना मिलते ही राजधानी रायपुर स्थित सीआरपीएफ के कैंप कार्यालय (छत्तीसगढ़ मुख्यालय) में अफसरों की आपात बैठक हुई। बैठक में सीआरपीएफ आइजी संजय अरोरा की मौजूदगी में डीआइजी समेत अन्य वरिष्ठ अफसर मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक आइजी ने घटना की प्रारंभिक जानकारी के साथ ही संबंधित बटालियन के कमांडेंट से पूरी रिपोर्ट तलब की है।
सीएम ने जताया दुख
घटना पर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतक जवानों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की है और घायल जवान के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
-12 मई 2013 को जगदलपुर संभाग मुख्यालय से करीब 13 किमी दूर बड़े मारेंगा के दूरदर्शन केंद्र में तैनात सीएएफ के जवानों के बीच खूनी संघर्ष हुआ, जिसमें तीन जवानों की मौत हो गई थी। इस घटना को शुरू में नक्सली हमला माना जा रहा था। बाद में जांच में पर्दाफाश हुआ था कि भोजन को लेकर विवाद के बाद एक जवान ने फायरिंग कर दी थी।
-25 दिसंबर 2012 को दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर में तैनात सीआरपीएफ बटालियन के जवान दीप कुमार तिवारी ने राइफल से फायरिंग कर अपने चार साथियों की हत्या कर दी थी। गिरफ्तारी के बाद उसने जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।